नोएडा : फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने स्पाइन सर्जरी को बताया सफल, मरीजों ने अनुभव किए साझा

ROHIT SHARMA

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नोएडा: स्पाइन सर्जरी में तकनीकी रूप से सफल फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने स्पाटनमर्जरी में 95 फीसदी सफलता हासिल की है। पांच मरीजों ने सफल स्पाइन सर्जरी से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। फोर्टिस अस्पताल के  डॉक्टरों ने दावा किया है कि आधुनिक और तकनीक उपकरणों का इस्तेमाल करने पर स्पाइन सर्जरी में सफलता की दर 95% से ज्यादा है। हाइ एंड ऑपरेटिग मार न्यूरो मॉनिटरिंग सिस्टम न्यूरो नेविगेशन या रोबोटिना और बेहतरीन क्वालिटीपी फ्लोरोस्कोपी जैसी प्रणालिया के इस्तेमाल में स्पाइन मर्जरी की सफलता दर बेहतर होती जा रही है।



नोएडा के न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ राहुल गुप्ता और डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोसर्जरी फोर्टिस अस्पताल नोएडा के डॉ गौरव बंसल ने इस बारे में जानकारी दी। इस बात को साबित करते हुए पांच मरीजों ने अपनी स्पाइन सर्जरी के आभावों के बारे में बताया । इन मरीजों के स्पाइन ट्यूबरकुलोसिस ट्यूमर्ग और ऐसी ही दूसरी घातक बिमारियों को स्पाइन सर्जरी के द्वारा सफलतापूर्वक ठीक किया गया । न्यूरो सर्जन आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर स्पाइन सर्जरी के जरिए इस तरह की बीमारियों का उपचार और रोकथाम सफलतापूर्वक कर सकते हैं ।

साथ ही उनका कहना है की पलोरोस्कोपी एक प्रकार की मेडिकल इमेजिंग है जो मॉनिटर पर लगातार किसी एक्स – रे फिल्म की तरह एपमारे इमेज दिखाती है । फ्लोरोसोपी के दौरान एपमारे को शरीर से गुजारा जाता है । न्यूरो मॉनिटरिंग सिस्टम से सर्जरी के दौरान संत्रिका क्षति के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है । हाइ एंड ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप से स्नायु और रक्तवाहिकाएं अपने मूल आकार मे कई गुना ज्यादा बड़ी दिखती है जिसमे सर्जरी के दौरान उनके क्षतिग्रस्त होने की संभावनाओं से बचा जा सकता है।

फोर्टिस अस्पताल नोएडा में उपलब्ध अत्याधुनिक प्री – ऑपरेटिव न्यूरोलॉजिकल मॉनीटरिंग एवं न्यूरोलॉजिकल नेवीगेशन अथवा रोबोटिफ्ना टैक्नोलाजी की मदद से स्पाइन सर्जरी में बेहद शानदार नतीजे हासिल करने में काफी मदद मिली है । डॉ राहुल गुप्ता ने स्पाइन सर्जरी की सफलता के बारे में बताया ।

वही दूसरी तरफ तकनीक मानवीय दक्षता को ऊंचे स्तर पर ले जाने में मदद करती है । स्पाइन सर्जरी भी इसका एक उदाहरण है । तकनीक के विकास और प्रगति के साथ की जटिल बिमारियों का इलाज करने के हमारे अनुभव में काफी सुधार हुआ है । यह स्पाइन सर्जरी की सफलता की दर से जुड़े मिथक को तोड़ता है। स्पाइन डे के मौके पर लोगों को व्यायाम और मूवमेंट के जरिए अपनी पीठ और गर्दन के दर्द को ठीक करने में सक्षम बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। आज हुई जागरूकता वार्ता में भी स्पाइन हेल्थ और उससे जुड़ी बीमारियों के बारे में बताया गया ।

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