गौरव चंदेल की हत्या के विरोध में सड़क पर उतरे हज़ारों लोग, पैदल मार्च निकाला
ROHIT SHARMA
नोएडा के व्यापारी गौरव चंदेल हत्याकांड से आक्रोशित लोगों को गुस्सा आज फूट पड़ा। आज सुबह हजारों की संख्या में लोगों ने एक मूर्ती चौक से चार मूर्ती चौक से मार्च निकाल कर गौरव चंदेल के लिए इंसाफ की मांग की। मालूम हो कि घटना के छह दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अबतक कोई ठोस सुराग नहीं जुटा पाई है।
मामले की जांच के लिए पुलिस ने पांच टीमें गठित की हैं। इसके बावजूद अबतक इसका पता नहीं लग पाया है कि घटना को अंजाम देने वाले लोग कौन थे। ऐसे में पुलिस लोग प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। पिछले दिनों गुरुग्राम से नोएडा गौड़ सिटी लौटने के दौरान गौरव चंदेल लापता हो गए थे।
बाद में उनका शव संदिग्ध अवस्था में मिला था। अबतक की जांच में यही पता चल पाया है कि उनके साथ लूटपाट की कोशिश की गई थी, जिसका विरोध करने पर उनकी हत्या कर दी गई। घटना के वक्त गौरव एक माह पहले खरीदी गई कार से गौड़ सिटी लौट रहे थे।
गौरव का मोबाइल रात में ही स्विच ऑफ हो गया था। इसके बाद परिजनों ने रात में ही बिसरख कोतवाली में सूचना दे दी थी। उनका शव गौर चौक से पहले जो क्रिकेट ग्राउंड पड़ता है वहां से बरामद किया गया है। परिवार ने देर रात ही गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिवार का कहना है कि पुलिस ने रात में ही कार्रवाई की होती तो गौरव आज जिंदा होता।
इसके अलावा परिवारवालों और पड़ोसियों ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा फॉरेंसिक टीम की देर से पहुंचने की शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि जिस जगह से शव बरामद किया गया था, वहां भी बैरीकेडिंग नहीं की गई थी। फॉरेंसिक टीम भी एक दिन बाद वहां से मिट्टी और ब्लड सैंपल लेने के लिए पहुंची। इस बीच बारिश और कई अन्य कारणों से घटनास्थल से कई सबूत भी मिट गए।
कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट कर कहा कि मृतक गौरव (39) के परिजनों को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘अगर नोएडा जैसे क्षेत्र में अपराधी इतने सक्रिय हैं तो उत्तर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की स्थिति क्या होगी।’ प्रियंका ने कहा कि डकैती के बाद हत्या के मामले में सरकार की कार्रवाई सुस्त है।
वही आज इस प्रदर्शन में शामिल हुए लोगों का कहना है की गौतमबुद्ध नगर की कानून व्यवस्था बिलकुल ख़राब है , आए दिन लूट की वारदात हो रही है | यहाँ की पुलिस सिर्फ उगाई और पोस्टिंग के चककर में लगी रहती है | ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रात के समय कोई भी पीसीआर नजर नहीं आती है , अगर किसी मामले में यहाँ के निवासी आवाज उठाते है तो उन्हें डरा धमका कर चुप करा दिया जाता है |
साथ ही कुछ लोगों का कहना है की आज इस हत्याकांड में कई दिन बीत चुके है , लेकिन पुलिस के हाथ खाली है | यहाँ की पुलिस सिर्फ हज़ारी लगाने को है न की वारदात को रोकने के लिए | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते है की कानून व्यवस्था ठीक है , लेकिन गौतमबुद्ध नगर में कुछ ओर नजर आ रहा है |
