ग्रेटर नोएडा को खुशहाल शहर बनाने को लेकर जीबीयू के वाइस चांसलर बी.पी शर्मा ने टेन न्यूज़ से साझा किए अपने विचार
Abhishek Sharma
Greater Noida (28/01/19) : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के 28वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में चल रहे 4 दिवसीय कार्निवल का आज चौथा और आखिरी दिन था। आज के समापन का कार्यक्रम सम्राट मिहिर भोज पार्क ( सिटी पार्क ) में किया गया। इस दौरान “गेस्ट ऑफ़ ऑनर” के रूप में गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भगवती प्रकाश शर्मा उपस्थित रहे। वाइस चांसलर भगवती प्रकाश शर्मा ने ग्रेटर नोएडा को एक सुखी, ख़ुशहाल एवं विकासशील शहर बनाने को लेकर टेन न्यूज़ से विशेष बातचीत की।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्निवल में उपस्थित होने के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि कार्निवल में मेरा बहुत अच्छा अनुभव रहा। यहाँ पर विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं वाले लोग एक साथ आए हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए साझा चिंतन किया गया है। इससे निश्चित की शहर का विकास हो सकेगा।
उन्होंने आगे कहा कि ग्रेटर नोएडा को हम पहले से ही एक स्मार्ट सिटी कह सकते हैं इसलिए यह देश का अग्रणीय स्मार्ट सिटी बन सकता है। उसके लिए आज की जो आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉक चैन और इसी प्रकार जो सारी नै प्रौद्योगिकियां हैं उन सब पर काम करने के लिए जिस प्रकार यहाँ कॉर्पोरेट हब है तो उसके आधार पर उद्योग संघ, टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कॉर्पोरेटिव एसोसिएशन, डेवलपमेंट कॉर्पोरेट एग्रीमेंट्स आदि यहां पर विकसित किए जा सकते हैं। अगर ये सब यहाँ पर विकसित हो गए तो आने वाले 20 सालों के लिए सनराइज टेक्नोलॉजी हैं उसे यहाँ विकसित करके 100 प्रतिशत रोजगार का हब यहाँ पर बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी आने वाले समय में जो नए सनराइज सेक्टर हैं उन सभी के लिए 35 नए कोर्स आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, मेट्रो रेल इंजीनियरिंग, रेलवे सिग्नलिंग जैसे सभी प्रकार के पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने जा रहे हैं। इसके साथ-साथ इंडोनेशिया और अफ़ग़ानिस्तान तक प्राचीन भारत की सभ्यता के जो अवशेष प्राप्त हुए हैं, हम उन सबको भी पाठ्यक्रम में जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
सुखी एवं समृद्ध ग्रेटर नोएडा बनाने को लेकर उन्होंने कहा कि उसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के क्षेत्र में कुछ हैप्पीनेस स्टूडियो बनाए जाएं। जहां पर हर प्रकार की ख़ुशी जैसे योगा, एरोबिक व्यायाम, फॅमिली कॉउंसलिंग जैसे सभी प्रकार के उसमे साधन होने चाहिए। साथ ही यहाँ पर पारिस्थिति का संतुलन बनाए रखना भी आवश्यक है।