गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस से लड़ने लिए जिला प्रशासन ने की हैं यह तैयारियां
ABHISHEK SHARMA
Noida (13/03/20) : दिल्ली और हरियाणा के बाद आज सुबह उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण को महामारी घोषित कर दिया है। ऐसे में नोएडा में कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन ने हाईअलर्ट घोषित कर दिया है। जिले में कोरोना वायरस से निपटने के तमाम उपाय किए गए हैं।
इस बारे में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि राजस्व विभाग के सारे अधिकारी और कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग भेज दिया गया है। हालात सामान्य होने तक पूरा रेवेन्यू डिपार्टमेंट हेल्थ डिपार्टमेंट में काम करेगा। डीएम ने बताया कि इससे हेल्थ डिपार्टमेंट में लोगों की कमी नहीं रह जाएगी। संक्रमण से निपटने के लिए दो स्तर निर्धारित किए गए हैं।
इन्हीं के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन काम करेगा। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस से निपटने के लिए तय गाइडलाइन को सबके सामने रख गया है। इसके दो स्तर हैं। पहला , अगर किसी को वायरस से संक्रमित पाया जाता है तो क्या कदम उठाए जाएंगे। डीएम ने बताया कि इसके लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक – एक आइसोलेशन वॉर्ड बनाए गए हैं।
नोएडा में आईसोलेशन वॉर्ड सुपरस्पेशलिटी चाइल्ड अस्पताल में बनाया गया है। ग्रेटर नोएडा में आइसोलेशन वॉर्ड राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( जिम्स ) में बनाया गया है। डीएम ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति का उपचार यहीं दोनों वॉर्ड में किया जाएगा। अगर किसी वजह से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती है तो अधिक लोगों के उपचार के लिए जिला अस्पताल में सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
दूसरा कदम संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान करना है। संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने वाले और तीसरे स्तर के ( यानि संपर्क में आने वालों के संपर्क में आने वाले लोग ) लोगों की पहचान की जाएगी। इनकी जांच और जरूरत पड़ने पर उपचार किया जाएगा। बैठक में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ( आईएमए ) के पदाधिकारियों को बुलाया गया।
जिसमें जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों और डॉक्टरों से एक्शन प्लान मांगा है। निजी अस्पतालों से पूछा गया है कि वह क्या सुविधाएं उपलब्ध करवा सकते हैं। उनके यहां कोरोना वायरस से उपचार के लिए आइसोलेशन वार्ड की क्षमता कितनी हैं। एंबलेस जैसी सेवाओं का कैसे उपयोग किया जा सकता है। आईएमए शुक्रवार को पूरी जानकारी जिला प्रशासन को देगी।
डीएम ने बताया कि राजस्व विभाग के सारे कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग में भेज दिया गया है । राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग के साथ काम करेंगे। कोरोना वायरस से जुडी जानकारी देने के लिए दो नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। एक स्वास्थ्य विभाग और दूसरा राजस्व विभाग का नियंत्रण कक्ष कलेक्टरेट में बनाया गया है।