नई दिल्ली :– राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार मोदी सरकार निशाने साधे हुए है। खासबात यह है कि पेगासस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को घेरे हुए है , जिसके चलते विपक्ष पार्टी एकजुट हो चुकी है , वो संसद चलने नही दे रही है , उनका कहना है कि पहले इस मुद्दे पर बहस की जाए , जो मोदी सरकार कर नही रही है।
आपको बता दें कि उच्च सदन में तृणमूल कांग्रेस के छह सदस्यों के निलंबन को ‘गलत’ करार देते हुए आज कहा कि सरकार विपक्षी सदस्यों को बाहर निकालकर सदन चलाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी झुकने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खड़गे ने यह सवाल भी किया कि आखिर सरकार पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा कराने से डर क्यों रही है? उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पेगासस जासूसी का मुद्दा देश की सुरक्षा, नागरिकों की आजादी एवं निजता से जुड़ा है। इसलिए हम इस पर चर्चा चाहते हैं। सरकार चर्चा से क्यों भाग रही है?
खड़गे के अनुसार सरकार कह रही है कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है और सदन नहीं चलने दे रहा है। हमने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सलाह दी कि आप दोनों सदनों के विभिन्न नेताओं को बुलाकर बात करिए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब तक सरकार की ओर से किसी ने हमसे बात नहीं की।
उन्होंने कहा हम कह रहे हैं कि पहले पेगासस जासूसी के मामले पर चर्चा हो। इसके बाद किसानों और महंगाई के मुद्दे पर चर्चा हो। खड़गे ने सवाल किया हम कह चुके हैं कि इस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच होनी चाहिए। दुनिया के कई देशों में इस पेगासस जासूसी के मामले की जांच हो रही है। फिर आप जांच से क्यों डर रहे हैं?
कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार को तीनों काले कृषि कानूनों’ को निरस्त करना चाहिए। उन्होंने कहा किसान आंदोलन में 500 से अधिक किसानों की मौत हुई है, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला। बाजवा ने दावा किया, ‘‘किसानों का और हमारा मानना है कि ये कानून किसानों की ‘मौत का वारंट’ हैं। यह किसानों की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश है। हम ऐसा होने नहीं देंगे।