ग्रेटर नोएडा में एक गोदाम व दो फैक्ट्रियों में लगी भीषण आग, करोडों का माल जलकर हुआ राख

Abhishek Sharma

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उत्तर भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाओं में भी इजाफा होने लगा है। दिल्ली से सटे यूपी के ग्रेटर नोएडा की 3 फैक्ट्रियों में बृहस्पतिवार दोपहर आग लग गई।

वहीं, सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया। यह आग ईकोटेक – III की 3 फैक्ट्रियों में लगी।

बताया जा रहा है कि श्री कृष्णा फूड प्रोसेसिंग प्राईवेट लिमिटेड के नाम से एक गोदाम है, जिसमें शुरुआत में आग लगी। धीरे-धीरे आग इतनी भयंकर हो गई कि पूरा गोदाम जलकर राख हो गया।

उसके बाद बाजू में बनी एक कंपनी में भी आग की लपटें पहुंच गई और दूसरी कंपनी भी जलकर राख हो गई। अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनियों में करोड़ों का नुकसान हुआ है। दूसरी कंपनी पेकमैन प्रिंटेड के नाम से है।

इसके बाद आग ने और विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते तीसरी फैक्ट्री ने भी आग पकड़ ली। हालांकि उसमें आधा सामान जला है। वही आग और विकराल रूप धारण करती इससे पहले ही दमकल विभाग की 1 दर्जन से अधिक गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।

ईकोटेक 3 थाना प्रभारी अनीता चौहान ने बताया कि तीसरी कंपनी में आधे से ज्यादा सामान जलने से बच गया है। हालांकि गोदाम और पैक मैन प्रिंटेड कंपनी पूरी तरह से जलकर राख हो गई हैं।

उन्होंने बताया कि लाॅक डाउन में आज से ही यह कंपनियां शुरू हुई थी। जिस दौरान यहां आग लगी, उस वक्त कंपनी में कर्मचारी भी काम कर रहे थे। कंपनी में आग लगते देख सभी कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई।

अधिकारियों के मुताबिक गोदाम में रखा सारा माल जलकर राख हो गया। वहीं दूसरी कंपनी पैक मैन प्रिंटेड के नाम से है, जिसमे रखी मशीनें एवं सामान खाक हो गया है। हालांकि इस आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक जिन कंपनियों में आग लगी है, उनमें आग बुझाने के उपकरण नहीं लगे हुए थे। सूत्रों का कहना है कि इन कंपनियों की सुरक्षा जांच नहीं हुई थी। उनका कहना है कि ग्रेटर नोएडा में 31 जनवरी 2019 से 31 नवंबर 2019 तक 4800 फैक्ट्रियों में से केवल 61 फैक्ट्रियों की सुरक्षा जांच की गई थी। कहीं ना कहीं श्रम विभाग और क्षेत्राधिकारी की लापरवाही से इन फैक्ट्रियों की यह दुर्दशा हुई है।

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