ग्रेटर नोएडा पुलिस ने फौज में भर्ती कराने का ठेका लेने वाले ग्रहों का किया भंडाफोड़
Abhishek Sharma / Rahul Kumar Jha
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो जुगाड़ सिस्टम के जरिये देश की सुरक्षा में सेंध लगा रहे थे। भारतीय सेना में अधिकारियों की मिलीभगत से अभ्यर्थी को भर्ती कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस की माने तो एक रिटायर्ड हवलदार अपने साथियों के साथ मिलकर ये मेडिकल और फिजिकल टेस्ट में सहायता पंहुचाते थे।
साथ ही एक पीड़ित से 7 से 10 लाख रुपए रिश्वत लेकर ये भर्ती कराते थे। बताया जा रहा है कि इस गैंग ने अब तक 50 लोगों को नौकरी पर लगवा भी दिया है। पुलिस की गिरफ्त में खड़े ये अभियुक्त बड़े ही शातिर किस्म के फ्रॉड करने वाले शातिर ठग है।
बुलंदशहर के रहने वाले एक आरोपी जोकि कोचिंग चलाता था, दर्जनों लोगों को आर्मी में भर्ती कराने का ठेका लिया था। और अभ्यर्थियों से करीब 7 से 10 लाख रुपये भर्ती करवाने के लिए लेते थे। इस गिरोह का भंडाफोड़ होने पर जांच की आंच सेना के अधिकारियों तक भी पहुंच सकती है।
आपको बता दें कि दरअसल गौतमबुद्धनगर पुलिस ने जब से होमगार्ड वेतन घोटाले का पर्दाफाश किया है। उसके बाद पूरे प्रदेश में यह घोटाला चर्चा का विषय बना हुआ है। होमगार्ड वेतन घोटाले के बाद गौतमबुद्धनगर पुलिस ने भारतीय सेना में नौकरी लगवाने का ठेका लेने वालों पर शिकंजा कसा है।
सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपितों तक पहुंच कर उनसे संपर्क किया पुलिस द्वारा बिछाए जाल में आरोपी फंस गए जिसके बाद पुलिस ने इन आरोपिओं को गिरफ्तार किया है। गिरोह में शामिल एक आरोपित का जिम्मा था कि वह गिरोह के लिए अभ्यर्थी ढूंढ कर लाएगा। इसके लिए उसको अभ्यर्थी से मिलने वाली रकम का कुछ हिस्सा दिया जाता है।
खास बात है कि मुख्य आरोपी गिरोह को संचालित करने के साथ ही कोचिंग सेंटर से भी चलाता था। पुलिस ने बताया कि ये एक आर्मी से रिटायर्ड हवलदार के संपर्क थे और वो अपने साथियों के साथ मिलकर ये घोटालेबाजी करा रहा था। जिसकी पुलिस आगे की जाँच कर रही है।