महात्मा गांधी के विचारो पर चलकर ही देश समृद्ध हो सकेगा : हरिवंश , राज्यसभा , उपसभापति। बिमटेक लेखकीय संवाद
टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (30 दिसंबर 2022): राज्यसभा के उपसभापति एवं वरिष्ठ पत्रकार, लेखक श्री हरिवंश द्वारा लिखित तीन अद्यतन पुस्तकों को लेकर लेखकीय संवाद का आयोजन ग्रेटर नोएडा के बिमटेक ने किया। मंच पर दुनियाभर में जाने माने शिक्षाविद , बिमटेक के निदेशक एवं प्रसिद्ध प्रबंधन गुरु डॉ एच चतुर्वेदी; वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला; एवं बिमटेक संस्थान के डॉ अभिजीत चट्टोराज उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के निधन को लेकर उनके आत्मा को शांति प्रदान करने एवं ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें, एक मिनट का मौन रखा गया।
पुस्तक के विषय में युवाओं से, छात्रों से , उपस्थित शिक्षाविदों एवं पत्रकारों से संवाद करते हुए अपनी तीनों पुस्तक( कलश, कैलाश मानसरोवर, पथ के प्रकाश पुंज) के विषय में चर्चा करते हुए कई अहम, दिलचस्प एवं रोचक बातें बताई।
‘पथ के प्रकाश पुंज’ पुस्तक के विषय में चर्चा करते हुए श्री हरिवंश ने कहा कि इस पुस्तक में कई ऐसे संस्मरण हैं जो युवा पीढ़ी को पढ़ना चाहिए, उन्हें जानना चाहिए। चर्चा में श्री हरिवंश ने महात्मा गांधी के विचार, उनकी प्रासंगिकता और उनके अंतिम समय के विषय में जिक्र किया। श्री हरिवंश ने कहा कि ” महात्मा गांधी के विचारो पर चलकर ही देश समृद्ध हो सकेगा। गांधी ने ब्रिटेन की समृद्धि को नकार दिया, गांधी मानते थे कि ब्रिटेन की समृद्धि दुनिया के कई देशों के शोषण पर टिकी है।” साथ ही श्री हरिवंश ने कहा कि “केवल भारत ही नहीं पूरी दुनिया को एकदिन विकास के पश्चिमी मॉडल को छोड़कर गांधी के रास्तों पर चलना पड़ेगा।”
चर्चा के क्रम में श्री हरिवंश ने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु के मृत्यु के उपरांत किस तरह से देश की कमान लाल बहादुर शास्त्री को सौंपी गई और उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया, उस संस्मरण को याद किया और कहा कि ” किस प्रकार से इंदिरा गांधी के इच्छा के विपरीत जाकर लाल बहादुर शास्त्री को प्रधानमंत्री बनाया गया उसका भी इस पुस्तक में उल्लेख किया गया है। साथ ही कांग्रेस नेता एवं मद्रास के पूर्व मुख्यमंत्री के. कामराज के कुशल नेतृत्व का भी जिक्र किया।
इस पुस्तक में स्टीव जॉब्स का भी उल्लेख किया गया है, उनके विषय में जिक्र करते हुए श्री हरिवंश ने कहा कि हमारे भारत में जबतक किसी चीज पर पश्चिमी ठप्पा नहीं लग जाता हम उसपर भरोसा नहीं करते हैं, जबकि पश्चिम के देशों के लोग भारतीय अध्यात्म का अध्ययन एवं अनुसरण करते हैं। एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स किस तरह भारतीय अध्यात्म का अनुसरण कर 20 वर्ष की आयु में एप्पल कंपनी के सह- संस्थापक बन गए। साथ ही इस चर्चा में उन्होंने कई अन्य महान विभूतियों, वैज्ञानिकों, दार्शनिकों के विषय में कई रोचक एवं दिलचस्प बात बताई, जिसका इस पुस्तक में उल्लेख है।
कैलास मानसरोवर पुस्तक के विषय में संवाद करते हुए श्री हरिवंश ने कैलाश मानसरोवर की यात्रा , प्रकृति आदि का उल्लेख किया। इस पुस्तक में उनके कैलाश मानसरोवर की यात्रा विवरण उल्लेखित है। कलश पुस्तक को लेकर संवाद करते हुए श्री हरिवंश ने पुस्तक में उल्लेखित कई दिलचस्प बातों के विषय में बताया।
उक्त संवाद कार्यक्रम में पुस्तक पर चर्चा करते हुए और पुस्तक के मुख्य अंश का उल्लेख करते हुए वरिष्ठ पत्रकार शंभूनाथ शुक्ला ने कैलाश मानसरोवर पुस्तक के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि ” मेरी भी इच्छा है कि जीवन में एकबार मानसरोवर की यात्रा करूं, इस पुस्तक में बहुत ही सरल एवं रोचक ढंग से उस पूरे यात्रा का विवरण उल्लेखित है।साथ ही श्री शुक्ला ने पथ के प्रकाश पुंज पुस्तक के विषय में संवाद करते हुए गांधी को लेकर पुस्तक में उल्लेखित कई अहम एवं रोचक बिंदुओ पर प्रकाश डाला। साथ ही के. कामराज के कुशल नेतृत्व एवं मुख्यमंत्री काल के एक संस्मरण को याद करते हुए उल्लेखित किया कि किस तरह से समाज के एक निम्न वर्ग से आनेवाले के.कामराज राजनीति में शिखर पर पहुंचे, उन्होंने एक वाकिए का जिक्र करते हुए कहा कि किस प्रकार जब कामराज तमिलनाडु के मुख्यमंत्री थे उस दौरान क्षेत्र भ्रमण करने के क्रम में एक बच्चा से पूछा कि “स्कूल क्यों नहीं गए? जवाब देते हुए उस बच्चे ने कहा कि खाना कौन देगा” वो बच्चा भैंस को चारा खिला रहा था, जिसके बाद के. कामराज ने मिड डे मील की शुरुआत की। इसी तरह कार्यक्रम में संवाद के दौरान कई अहम और दिलचस्प संस्मरणों का जिक्र किया।
संवाद में मंच पर उपस्थित प्रसिद्ध प्रबंधन गुरु एवं बिमटेक के निदेशक डॉ एच चतुर्वेदी ने श्री हरिवंश को स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि “आजादी के समय हमारे स्वतंत्रता सेनानी सोशल एक्टिविस्ट भी होते थे, वो लिखते थे। साथ ही उन्होंने युवाओं को बताया कि मशीनों का प्रयोग करें, उसके लाभ उठाएं लेकिन उसको अपने नियंत्रण में रखें आप मशीनों के नियंत्रण में ना हो जाए। अपने संबोधन में डॉ एच चतुर्वेदी ने राहुल सांकृत्यायन, गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे पत्रकारों का जिक्र करते हुए कहा कि श्री हरिवंश जिनका पत्रकारिता जगत में एक लम्बा कार्यकाल रहा है, इन्होंने धर्मयुग पत्रिका से अपने पत्रकारिता की शुरुआत की फिर रविवार और जब यह प्रभात खबर अखबार में आए तो इन्होंने उस अखबार को नवजीवन प्रदान किया और बिहार, झारखंड वाले क्षेत्र में उसे नंबर-1 का अखबार बना दिया। साथ ही डॉ एच चतुर्वेदी ने कहा कि आज श्री हरिवंश चौथे खंबे से यात्रा शुरूकर पहले खंबे अर्थात् पत्रकारिता से विधायिका तक पहुंच गए हैं, उन अनुभवों को, उन यात्राओं से युवाओं को बहुत कुछ सीखने एवं अनुकरण करने का अवसर मिलेगा।
बिमटेक में आयोजित लेखकीय संवाद कार्यक्रम में मुख्य रूप से नोएडा प्रेस क्लब के अध्यक्ष पंकज पराशर , महासचिव विनोद राजपूत और टीम , टेन न्यूज नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली सहित कई अन्य गणमान्य लोग एवं बिमटेक की फैकल्टी , कई युवा छात्र -छात्राएं उपस्थित रहे।।