अमेरिका से खरीदे गए ‘8 अपाचे हेलिकॉप्टर’ जो उड़ा देंगे पाकिस्तान के परखच्चे
Lokesh Goswami Tennews New Delhi
अमेरिका से खरीदे गए 8 अपाचे हेलिकॉप्टर आज वायुसेना के जंगी बेड़े में शामिल हो गए। ये 125 हेलिकॉप्टर यूनिट ‘ग्लेडिएटर्स’ का हिस्सा होंगे। हेलिकॉप्टर पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर तैनात हो चुके हैं। एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ की मौजूदगी में हुई इंडक्शन सेरेमनी में इन हेलिकॉप्टर को वॉटर केनन सैल्यूट दिया गया।
भारत का 2015 में अमेरिका और बोइंग कंपनी से 4168 करोड़ रुपए में 22 अपाचे खरीदने का करार हुआ था। 2020 तक ये सभी वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगे। इनमें से 11 पाक सीमा के साथ पठानकोट और 11 चीन सीमा के साथ असम के जोरहाट में तैनात किए जाएंगे। एयरफोर्स में अपाचे की तैनाती ऐसे समय की जा रही है, जब धनोआ ने यह बयान दिया कि हम 40 साल पुराने फाइटर उड़ा रहे हैं।
पठानकोट और जम्मू का सांबा, कठुआ को पाकिस्तान कश्मीर का चिकन नेक मानता है। कश्मीर का संपर्क काटने के लिए वह बार-बार यहीं हमले कराता है। पंजाब और जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर पाक हमले की स्थिति में तुरंत बड़ा एक्शन लिया जा सकेगा। पाक के सबसे करीब पठानकोट एयरबेस सुरक्षित होगा, जहां घुसे आतंकियों को ढूंढने में 2 दिन लग गए थे, अपाचे में आतंकियों की तस्वीरें लेने और कमांडो को भेजने के उपकरण होंगे। खासकर पाक की ओर से आतंकी हमलों को रोकने में मददगार साबित हो।
पठानकोट एयरबेस पर अभी रूस निर्मित एमआई-25 और एमआई-35 हेलिकाप्टरों की एक यूनिट तैनात है। सेना के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद का कहना है कि इससे एयरफोर्स की ऑपरेशनल कैपेबिलिटी बढ़ जाएगी और पाकिस्तान बॉर्डर के साथ जम्मू-कश्मीर तक की एलओसी और आईबी को कवर किया जा सकेगा। दरअसल, पठानकोट और पंजाब का यह एरिया पाकिस्तानी आतंकियों के निशाने पर रहा है। आतंकियों ने 2016 में एयरबेस पर हमला कर फाइटर विमान सुरक्षित रखे जाने वाले टेक्निकल एरिया की ओर बढ़ने की कोशिश की थी।