कौशल्या वर्ल्ड स्कूल में हिन्दी कार्यशाला का आयोजन
GREATER NOIDA TENNEWS REPORTER LOKESH GOSWAMI कौशल्या वर्ल्ड स्कूल में रचना सागर प्रकाशन द्वारा हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रेटर नोएडा के लगभग 25 विद्यालयों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ0 विनोद प्रसून ;हिंदी विभागाध्यक्ष डी0पी0एस0-ग्रेटर नोएडाद्धथे। इसके अतिरिक्त अनेक गणमान्य व्यक्ति एवं ग्रेटर नोएडा के लगभग 25 विद्यालय के 50 शिक्षकों ने कार्यशाला में हिस्सा लिया। कार्यशाला के प्रारंभ होने से पूर्व विद्यालय कीं डायरेक्टर श्रीमती मुक्ता मिश्रा ने मुख्य अतिथि डॉ0 विनोद प्रसून तथा समस्त शिक्षकवर्ग का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने अध्यापकों संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी भाषा सभी भाषाओं की रीड की हड्डी है। हमें हिंदी भाषा से प्रेम करना चाहिए। उन्होंने अध्यापन कार्य की कुशलता इस बात में बताई कि पुस्तकीय ज्ञान से बाहर निकल कर सर्वप्रथम छात्रों को बुनियादी ज्ञान देना आवश्यक है। हमें पाठ्यक्रम के पीछे भागने के वजाय छात्रों को स्वतंत्र रूप से सीखने हेतु प्रेरित करना चाहिए। मुख्य अतिथि डॉ0 विनोद प्रसून, कौशल्या वर्ल्ड स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती मुक्ता मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरूआत की । तत्पश्चात कार्यक्रम का संचालन डॉ0 विनोद प्रसून ने हिंदी भाषा के प्रति प्रेम प्रदर्शित करते हुए हिंदी भाषा पर स्वरचित कविता का पाठ करके किया। कार्यशाला के अंतर्गत हिंदी भाषा के प्रचार एवं प्रसार तथा उसकी उपयोगिता पर बल दिया गया। हिंदी भाषा के शिक्षण की नवीन तकनीकों के गुर सिखाए गए तथा छात्रों एवं शिक्षकों के प्रोत्साहन हेतु पठन-पाठन के नए आयामों एवं तरीकों की जानकारी दी गई। कार्यशाला के संचालक डॉ0 विनोद प्रसून नें अध्यापकों से अपील की कि हिंदी भाषा के प्रचार एवं प्रसार के लिए वे आगे आएॅं। उन्होंने अध्यापक शब्द की व्याख्या करते हुए इस शब्द के प्रत्येक वर्ण का अर्थ स्पष्ट किया और बताया कि अध्यापन कार्य सबसे पुनीत कार्य है। कार्यशाला के दौरान सर्वप्रथम अनेक विद्यालयों के अध्यापकों ने एक दूसरे का परिचय अनेक विशेषताओं एवं योग्यताओं के आधार पर दिया। कार्यशाला में व्याकरण के अनेक विषयों जैसे संज्ञा,सर्वनाम,क्रिया,क्रिया विशेषण संधि,समास आदि को सीखने की खेल विधि एवं प्रयोग विधि समझाई गई जिससे कि अध्यापन कार्य रोचक एवं सरल हो सके । कार्यशाला में कक्षा में छात्रों द्वारा की जाने वाली छोटी-छोटी त्रुटियों का निदान बडे रोचक ढग से समझाया गया। इस हेतु सरल से कठिन की ओर विधि से अध्यापन कार्य के तरीके सिखाए गए। इस कार्यशाला से अध्यापक अत्यधिक लाभांन्वित एवं आनंदित हुए।तत्पश्चात रचना सागर प्रकाशन की ओर से सभी अध्यापकों को कार्यशाला में भागीदारी हेतु प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम के अंत में कौशल्या वर्ल्ड स्कूल की चेयरपरसन श्रीमती कुशल सिंह ने रचना सागर प्रकाशन .को इस प्रकार की प्रभावपूर्ण कार्यशाला का आयोजन करने हेतु धन्यवाद दिया तथा कार्यशाला को लाभदायक एवं प्रशंसनीय बताया। विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती मुक्ता मिश्रा ने रचना सागर प्रकाशन .का धन्यवाद करते हुए इस बात का आभार जताया कि कौशल्या वर्ल्ड का इस कार्यशाला का भागीदार बनकर लाभान्वित हुआ।उन्होंने हिंदी भाषा के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि हिंदी स्कूल सभी भाषाओं का आधार है। हिंदी भाषा हमारी संस्कृति एवं पहचान है तथा हिंदी से ही हिंदुस्तान की गरिमा है। उन्होंने रचना सागर प्रकाशन से इस बात की आशा जताई कि भविष्य में भी विद्यालय इस प्रकार की कार्यशालाओं का आकांक्षी रहेगा।