कोरोनावायरस के प्रकोप पर पासपोर्ट मैन ऑफ़ इंडिया ज्ञानेश्वर मूले ने टेन न्यूज से की मन की बात

Rohit Sharma / Video By Baidyanath Halder

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New Delhi (30/03/2020) : देश मे कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है , जिसको लेकर देश को लॉकडाउन भी किया गया , जिससे कोरोना वायरस थम सके ।  आपको बता दे कि ज्ञानेश्वर मुले ,  भूतपूर्व सचिव , परराष्ट्र मंत्रालय भारत सरकार रहे हैं | साथ पासपोर्ट मैन ऑफ इंडिया के बतौर पूरे भारतवर्ष में जाने जाते हैं , आज की तारीख में भारत के मानव अधिकार आयोग के सदस्य हैं , काफी देशों में आपने राजदूत के पद पर सेवा दी है | पूरे विश्व में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए आज टेन न्यूज़ की टीम ने ज्ञानेश्वर मुले से खास बातचीत की :–

कोरोना वायरस के बारे में कुछ वर्ष पहले एक किताब में लिखा था , इसके बारे में आपके क्या विचार हैं ? 

मनाव अधिकार आयोग के सदस्य ज्ञानेश्वर मुले ने कहा उपन्यास और फिल्म बहुत से विषयों पर बनाई जाती है , वही कोरोना वायरस का भी एक पुस्तक में जिक्र किया है और उसकी तस्वीर के साथ इसके कुछ अंश भी लिखे है। इस पुस्तक में वुहान-400 वायरस का जिक्र है। अमेरिकी लेखक डीन कुंट्ज ने 1981 में एक पुस्तक लिखी थी। इसका नाम ‘द आइज ऑफ डार्कनेस’ है और इसमें वुहान-400 वायरस का जिक्र है। साथ ही किताब ये भी बताती है कि इस वायरस को लेबोरेटरी के जरिए जैनिक हथियार के रूप में विकसित किया गया था।

अमेरिका जैसे प्रगत देश में एक लाख से अधिक कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या पहुंची है , इसके ऊपर आपकी क्या प्रतिक्रिया है ? 

जिस तरह आप देख रहे होंगे देशभर में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है , वही अमेरिका देश की बात करे तो लोगों को खुद समझ जाना चाहिए की प्रगत देश अमेरिका में इस वायरस का कोई इलाज नहीं है , अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीज बढ़ते जा रहे है | अमेरिका ने खुद अपने लोगों से अपील की है की आप घर से बाहर न निकले , क्योकि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है |  साथ ही उन्होंने कहा की ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और  प्रिंस चार्ल्स भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं , जिससे साफ हो जाता है की ये बीमारी कितनी खतरनाक है |

इटली में जो ज्यादा मौतें हुई है , इसके ऊपर आपके क्या विचार हैं.

चीन के बाद इटली में कोरोना वायरस की वजह से मरनेवाले लोगों की संख्‍या बहुत तेजी से बढ़ी है , अब सबसे ज्यादा मौत के लिहाज से इटली सबसे ऊपर है | जिसको लेकर कह सकते है की इटली सरकार ने लॉकडाउन करने में देरी की है , जिसके कारण इस देश में ज्यादा मौते हो रही है | साथ ही उन्होंने कहा की भारत को इटली में हो रही घटनाओं से सीख लेनी चाहिए , जिससे भारत देश में पूरी तरह कोरोना वायरस फैल न सके | हमारे देश के लोगों को सीख लेनी चाहिए की आप घर से बहार न निकले , अगर कोई भी जरूरत चीजों की खरीददारी करनी है तो 2 मीटर दुरी बनाकर खड़े हो |

हजारों की संख्या में मजदूर पलायन कर रहे हैं , कहीं पर पुलिस मारपिटाई करके क्या मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रही है ? 

इस मामले में बहुत सी बातें सुनने में आई है , पुलिस को सहनशीलता से काम करना चाहिए | वही पुलिस की बात करे तो पुलिस मित्रता के रूप में काम कर रही है , लोगों को मदद कर रही है | लोगों को भी समझना चाहिए की आपके बहार घूमने से कितनी परेशानी खड़ी हो सकती है , में जनता से निवेदन करता हूँ की आप पुलिस का साथ थे , उनकी बातें माने |

भारत में आने वाले 2 या 4 सप्ताह की हम बात करते हैं , तो कितनी स्थिति गंभीर हो सकती है ? 

ज्ञानेश्वर मुले ने कहा की अगर लोग लॉकडाउन को गंभीर रूप से नहीं लेंगे , तो आने वाले समय में जो विदेशों का हाल हो रखा है वो हमारे देश में भी दिखना शुरू हो जाएगा | अगर 2 या चार सप्ताह की बात करे तो कोरोना वायरस का प्रकोप जारी रहेगा , जिससे स्थिति गंभीर रहेगी | वही दूसरी तरफ अगर लोग लॉकडाउन का पालन करेंगे तो हालत जल्द ही सामान्य हो जाएंगे | जिस तरिके से लोग पलायन कर रहे है , वो बहुत बड़ी गलती कर रहे है , उन्हें समझना चाहिए की आप जहां है वही रहे , सरकार आपकी मदद जरूर करेगी |

भारत सरकार , राज्य सरकारें कोरोना के नियंत्रण एवं उपचार के लिए जो कदम उठाए हैं , इससे आप कितने संतुष्ट हैं ? 

ज्ञानेश्वर मुले ने बताया की भारत सरकार , राज्य सरकारें कोरोना के नियंत्रण एवं उपचार के लिए जो कदम उठाए हैं , वो काफी ज्यादा सराहनीय है | कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए सभी राज्य सरकार हमारे देश के प्रधानमंत्री के साथ मिलकर काम रही है  , जल्दी ही इस वायरस को हम हरा देंगे |

कोरोना से बचाव केलिये आप क्या प्रिकोशन ले रहें हें ? 

कोरोना वायरस से बचाव का एक ही उपाय है की आप घर से न निकले , जिसको लेकर में और मेरा पूरा परिवार इसका पालन कर रहा है | वही प्रधानमंत्री राहत कोष में मैने एक दिन का वेतन दिया है | वही गरीब लोगों की मदद कर रहा हूँ , साथ ही उन्होंने कहा की में एक बार फिर लोगों से अपील कर रहा हूँ की आप घर से बहार न निकले |

भारत की जनता को कोरोना से बचाव के लिए , आप क्या संदेश देना चाहते हैं ? 

ज्ञानेश्वर मुले ने कहा  जब भी कोई प्राकृतिक संकट आता है तो कुछ देशों अथवा राज्यों तक ही सीमित रहता है , लेकिन इस बार का संकट ऐसा है, जिसने विश्वभर की पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है। इसलिए देश के प्रत्येक नागरिक को अब अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि कोरोना के आसन्न खतरे को हल्के में लेना देश के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। दरअसल अभी तक विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में भारत में कोरोना के गहराते खतरे को देखते हुए हर किसी की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है क्योंकि भारत जैसे सवा अरब से भी अधिक आबादी वाले विकास के लिए प्रयत्नशील देश पर कोरोना का संकट कोई सामान्य बात नहीं है। कोरोना के इसी आसन्न खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सप्ताह में दो बार राष्ट्र के नाम अपने संदेश में देशवासियों से बचाव के लिए संयम का संकल्प लेने का आवाहन किया और घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है।

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