मनोज तिवारी ने आप पार्टी पर साधा निशाना , कहा फिर से उठा रहे है ईवीएम का मुद्दा

ROHIT SHARMA / JITENDER PAL

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नई दिल्ली :–आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल और उनके नेताओं का लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव परिणाम के नजदीक आते आते ईवीएम पर आरोप-प्रत्यारोप करने व तमाम एक्जिट पोल को नकारने पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सभी मीडिया संस्थाओं के एक्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती देख और दिल्ली में सातों लोकसभा सीटों पर अपनी हार होती देख कर हर चुनाव परिणाम की तरह इस बार भी ईवीएम पर अपनी हार का ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया है , ईवीएम टेम्परिंग की अफवाह फैलाकर वह एक बार फिर अपनी नाकामियों को छिपा रहे है।



मनोज तिवारी ने कहा कि साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में यदि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लोगों के विकास के लिए एक भी काम कर लिया होता तो आज उन्हें फिर अपनी हार की जिम्मेदारी ईवीएम को नहीं देनी पड़ती। केजरीवाल शायद भूल गये है कि जिस ईवीएम के नाम पर उनकी पार्टी और नेता बयानबाजी करते है उसी ईवीएम से हुये चुनाव में उन्हें दिल्ली की जनता ने प्रचण्ड बहुमत के साथ 70 सीटों में से 67 सीटें दी थी तब ईवीएम आम आदमी पार्टी के लिए वरदान था और आज जब इनके दिल्ली में काम न करने के कारण जनता नकार रही है तो ईवीएम आम आदमी पार्टी के लिए अभिशाप बन गया।

साथ उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने राजनीति के अंतिम पडाव पर है जहां उन्हें अपनी राजनीतिक अंत का डर सता रहा है जिसके कारण ईवीएम को जिम्मेदार ठहराने के साथ साथ मीडिया संस्थाओं द्वारा कराये गये तमाम एक्जिट पोल को भी सिरे से नकारा जा रहा है। सत्ता के लालच में आम आदमी पार्टी ने येन-केन-प्रकेरण हर वो हथकड़ा अपनाया जिससे वो भाजपा के उम्मीदावारों को बदनाम कर सके लेकिन दिल्ली के लोग समझदार है और उन्हें पता है कि यह चुनाव देश के भावी प्रधानमंत्री का चुनाव है और वह किसी भी बहकावे में नहीं आये। 23 मई, 2019 को चुनाव परिणाम आने है लेकिन आम आदमी पार्टी और उनके नेता चुनावों के एक्जिट पोल को देख इतने बौखला गये है कि उन्हें मानसिक ईलाज कराने की जरूरत है।

उनका कहना है की एक्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी के नेताओं में और तमाम विपक्षी दलों में उनके हार के डर को सुनिश्चित कर दिया है। आम आदमी पार्टी के नेताओं के निरर्थक बयान अपनी हार के लिए स्वतंत्र सवैंधानिक संस्था चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे है। दिल्ली की सातों सीटों पर एक्जिट पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी तीसरे नम्बर की पार्टी बनने जा रही है , जिसको पचा पाना आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किल हो रहा है।

भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर सत्ता में आई सबसे ज्यादा भ्रष्ट नेताओं वाली आम आदमी पार्टी मीडिया संस्थाओं पर और चुनाव आयोग पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही है। चुनाव में हार जीत जनता तय करती है और चुनाव आयोग के माध्यम से जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर जनप्रतिनिधि चुनती है लेकिन चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं ने यह साबित कर दिया है कि जनता के जनादेश का अपमान करना उनका मूल उद्देश्य है।

एक्जिट पोल ने स्पष्ट कर दिया है कि झूठ की बुनियाद पर विकास की इमारत खड़ी नहीं की जा सकती है। देश व दिल्ली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपना वोट किया है और 23 मई को दिल्ली की सातों सीटों पर जीत दर्ज कर भाजपा 2014 का इतिहास दोबारा दोहराने जा रही है।

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