ईवी को बढ़ावा देने और 100 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए ईईएसएल ने नोएडा प्राधिकरण के साथ एमओयू पर किए हस्ताक्षर

ABHISHEK SHARMA/ JITENDER PAL- TEN NEWS

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(25/07/2019) भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रमों के साझा उद्यम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने और सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। माना जा रहा है कि नोएडा में इलेक्ट्रिक परिवहन के लिए जरूरी मजबूत ढांचागत सुविधा को बढ़ावा देकर यहां इलेक्ट्रिक परिवहन को अपनाने की प्रक्रिया तेज करने में यह समझौता ज्ञापन सहायक साबित होगा।



ईईएसएल के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार और नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने नोएडा के चेयरमैन आलोक टंडन की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर समारोह के अवसर पर नोएडा के चेयरमैन आलोक टंडन ने कहा कि हम नोएडा को ज्यादा स्वच्छ, ज्यादा हरित और ज्यादा संवहनीय बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। शहर के सार्वजनिक चार्जिंग की व्यवस्था स्थापित करने से इन प्रयासों को काफी मदद मिलेगी और शहर में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को अपनाए जाने की रफ्तार तेज होगी। ईईएसएल के साथ इस साझेदारी के साथ हमें उम्मीद है कि शहर में ई-परिवहन आंदोलन को गति मिलेगी।

वहीं नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन की स्थापना से नोएडा के निवासियों को बैटरी समाप्त होने की चिंता से मुक्ति मिल जाएगी और क्षेत्र में लोगों में ईवी अपनाने की गति में वृद्धि आएगी। इलेक्ट्रॉनिक परिवहन की संवहनीय व्यवस्था के लिए उपयुक्त परिस्थिति बनाने की विधि कोशिशों को एक को सार्वजनिक चार्जिंग ढांचे में मदद मिलेगी। ईवी की बढ़ती लोकप्रियता के साथ ही स्थानीय स्तर पर प्रदूषण कारी उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है। जिससे स्वच्छ हवा और लाक स्वास्थ्य संबंधी दूसरे कई लाभ मिलने की उम्मीद है।

ईईएसएल के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार ने कहा, “वायु प्रदूषण से मुकाबला करने और हरियाली युक्त भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वाहन एक व्यावहारिक समाधान है। हम भारत में सरकार के राष्ट्रीय ई-परिवहन कार्यक्रम के तहत ईवी को बढ़ावा दे रहे हैं। हमारी कंपनी का मानना है कि भारत में ई परिवहन को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं की सुविधा सुनिश्चित करना बहुत अहम है। इसलिए ईवी में ग्राहकों के विश्वास को मजबूत करने के लिए ठोस सहायक ढांचे का विकास महत्वपूर्ण है। ईवी चार्जिंग का ठोस ढांचा विकसित कर ईवी को अपनाने की रफ्तार बढ़ाने में नोएडा के साथ साझेदारी कर हमें बेहद प्रसन्नता हो रही है।

इस समझौते ज्ञापन से संबंधित सेवाओं के लिए होने वाला पूरा निवेश ईईएसएल करेगा जिसमें प्रशिक्षित लोगों द्वारा सार्वजनिक चार्जिंग ढांचे के संचालन और रखरखाव का जिम्मा भी शामिल है। जगह उपलब्ध कराने के साथ ही चार्जिंग स्टेशन के लिए जरूरी बिजली कनेक्शन में सहयोग नोएडा प्राधिकरण का होगा। इस प्रयास से प्रति ई-कार प्रतिवर्ष 4.04 कार्बन डाइ ऑक्साइड उत्सर्जन की बचत होने का अनुमान है।

ईईएसएल ने अपने ही कार्यक्रम के तहत 10,000 ई-कार की निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब तक देश भर में 1510 ई-कार रजिस्ट्रेशन के तहत उतारी जा चुकी हैं। ई-कारों की चार्जिंग के लिए 295 एसी और 161 डीसी चार्जर को भी मंजूरी दी जा चुकी है। ईईएसएल ने विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों सरकारी विभागों और आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगना जैसे राज्यों के साथ समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं।

मांग में बढ़ोतरी लाने के लिए थोक में खरीद करने के अभिनय तरीके के माध्यम से ही ईईएसएल को इलेक्ट्रिक वाहन और चार्जर बाजार के मुकाबले काफी कम दर पर उपलब्ध हो जाते हैं। इस तरह सस्ती दर पर उपलब्ध कोष की मदद से परियोजना की संपूर्ण लागत काफी कम हो गई है। इसके साथ ईईएसएल ने ऐसा संवहनीय कारोबारी मॉडल स्थापित कर लिया है, जो ग्राहकों के लिए अनुकूल है।

ईईएसएल नोएडा प्राधिकरण को भी फिलहाल 5 गाड़ियां किराए पर मुहैया कराएगा। जिसके बाद इनकी संख्या और भी बढ़ सकती है। बताया गया कि एक इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने के लिए 90 मिनट का समय लगेगा जिस का खर्चा ₹174 आएगा।

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