एक्वा लाइन मेट्रो का होगा विस्तार, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे तक होगी कनेक्टिविटी
Abhishek Sharma
Noida: नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच बने एक्वा लाइन कॉरिडोर का विस्तार ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक होगा। यह ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे व पुराने नेशनल हाइवे-91 को जोड़ने का काम करेगा। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को मेट्रो की सुविधाएं दिलाना होगा। इस बाबत नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (एनएमआरसी) ने दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) को पत्र लिखकर संभावनाएं तलाशने की अपील की है।
एनएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक एक्वा लाइन की लंबाई नोएडा के सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा के मेट्रो डिपो तक 29.5 किलोमीटर है। इसका विस्तार बोड़ाकी तक करने की योजना पाइपलाइन में है। अब एनएमआरसी का प्रयास है कि यह बोड़ाकी से आगे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक चली जाए। यही नहीं वहां हाइवे से भी इसे जोड़ने की योजना है। अगर ऐसा होता है तो एक्वा लाइन पर यात्रियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी होगी। डीएमआरसी इसकी संभावनाओं को लेकर सर्वे करेगी।
अगर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक एक्वा लाइन जाती है तो इसके लिए डिपो स्टेशन तक करीब 4.5 किलोमीटर लंबी लाइन बिछानी होगी। जो कि एलिवेटेड ट्रैक पर होगी। इसके लिए स्थान और रूट को लेकर भी मंथन किया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक, अभी नोएडा-गाजियाबाद के ऐसे लोग जो दूसरे राज्यों से दिल्ली की ओर आते हैं और पहले उतरना चाहते हैं तो वह गाजियाबाद स्टेशन का उपयोग करते हैं। इसी कड़ी में अगर मेट्रो का विस्तार होता है और जेवर एयरपोर्ट की कड़ी जुड़ती है तो बोड़ाकी रेलवे स्टेशन को अहमियत मिलेगी। यहां लंबी दूरी की ट्रेनें रुकेंगी।
यहां उतरकर यात्री मेट्रो के माध्यम से नोएडा, ग्रेटर नोएडा जा सकते हैं, जो कि अभी पूरी तरह से गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर निर्भर हैं। यही नहीं बोड़ाकी रेलवे स्टेशन को अहमियत देने से गाजियाबाद स्टेशन का बोझ भी घटेगा। यहां लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को रोकने के लिए चली आ रही मांग भी पूरी हो जाएगी।