कोरोना के चलते डांस स्टेप्स हुए ऑनलाइन , नोएडा की गुरु माँ विदेशी छात्रों को सिखा रही नृत्य कला
ABHISHEK SHARMA
कोरोना को लेकर लगे लॉकडाउन में भी नृत्य कलाकारों की साधना बंद नहीं हुई है। वे ना केवल घर पर रियाज कर रही हैं, बल्कि अपने शागिर्दों को भी नृत्य का प्रशिक्षण दे रही हैं। कोई जूम एप पर कत्थक सिखा रहा है, तो कोई वाट्सएप व मैसेंजर से भरतनाट्यम का ऑनलाइन क्लास चला रहा है।
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वजह से ऐतिहासिक संकट के दौर से गुजर रही है। एक ऐसे दौर में जहा लोग घरों में कैद हैं शहर में कुछ नृत्य शिक्षकों ने घर से ही भारतीय और पाश्चात्य नृत्य की ऑनलाइन ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी है। उनकी कक्षा में सैकडों छात्र नियमित हिस्सा ले रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा स्थित ज्ञानेश्वरी इंस्टिट्यूट की संस्थापिका ज्ञानेश्वरी सिंह का कहना है कि जब पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा हुई थी, तो उसी के बाद 26 मार्च से हमने ऑनलाइन क्लासेस शुरु कर दी थी, जिसमें लगभग 40 से 50 बच्चे रोजाना नृत्य की बारीकियां सीख रहे हैं। उनका कहना है कि लॉकडाउन के चलते नृत्य की क्लास बंद हो गई थी, इसके बाद अभिभावकों ने ऑनलाइन डांस क्लास की मांग की थी।
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन डांस क्लास के अलावा वे एनजीओ व अन्य संस्थाओं के लिए वीडियो बनाकर भेजती हैं जिसके जरिए बच्चे डांस की बारीकियां सीखते हैं। वही वह अलग-अलग संस्थाओं के लिए वर्कशॉप कर रही हैं।
ज्ञानेश्वरी सिंह ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस में बच्चों को कत्थक , भरतनाट्यम व सेमी क्लासिकल डांस सिखा रही हैं और बच्चों की तरफ से भी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
वहीं दूसरी ओर नोएडा में ऑनलाइन डांस सीखा रही कृष्णा कला फाउंडेशन की संस्थापिका अनु सिन्हा ने अपने घर से ही भारतीय और पाश्चात्य नृत्य सिखाने के लिए ऑनलाइन क्लास शुरू की है।
वे फेसबुक, इंस्टागाम, गूगल मीट और जूम के जरिये शिक्षा देती हैं। अनु सिन्हा इस दौरान बच्चों को कत्थक तथा भरतनाट्यम की मिक्स डांस की ट्रेनिंग करती हैं।
उनका कहना है कि ऑनलाइन डांस ट्रेनिंग वैसे तो कई वर्षो से चलती आ रही है मगर लॉकडाउन में यह एकमात्र विकल्प बन चुका है। छात्रों तथा हम शिक्षकों के लिए शुरुआत में यह थोड़ा मुश्किल जरूर था मगर अब सब इसके अभ्यस्त हो चुके हैं।
अनु सिन्हा का कहना है कि अभी 3 सत्र में लगभग 50 बच्चे ऑनलाइन क्लास के माध्यम से प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनका कहना है कि डांस क्लास में सिंगापुर व अन्य देशों के बच्चे भी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
वहीं उन्होंने बताया कि 15 दिन पहले उनकी संस्था ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से वेबीनार वर्कशॉप आयोजित करनी शुरू की हैं, जिसमें पेशेवर डांस शिक्षक बच्चों को क्लास दे रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक ऑनलाइन डांस क्लास ही एकमात्र उपाय नजर आ रहा है।