संसद में पिछले 2 वर्षो में सबसे ज्यादा सवाल उठाने वाले सांसद मलूक नागर की टेंन न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत

Ten News Network

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नोएडा :– टेन न्यूज़ नेटवर्क अपने दर्शकों के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम करता रहा है, जिसको दर्शकों ने खूब सरहाया है, वही इस कड़ी में गुरुवार को एक फेस 2 फेस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बसपा पार्टी के सांसद व बड़े उद्योगपति मलूक नागर शामिल हुए, इस कार्यक्रम का संचालन आदित्य कश्यप ने किया| बता दे कि आदित्य कश्यप टेन न्यूज़ नेटवर्क के कंसल्टिंग संपादक होने के साथ साथ एक इन्वेस्टमेंट बैंकर भी है। सांसद मलूक नागर से आदित्य कश्यप ने महत्वपूर्ण प्रश्न किए, जिसका जवाब सांसद द्वारा दिया गया।

मलूक नागर का नाम राजनीति समेत उद्यमियों में आता है, खासबात यह है कि मलूक नागर ने बसपा पार्टी की टिकट लेकर चुनाव लड़ा, जिसके बाद वह विधायक बने, विधायक के बाद सांसद बने। समाज को समय और लोगों को रोजगार देने के लिए उन्होंने हमेशा मेहनत की, उसी मेहनत से मलूक नागर एक बड़े उद्योगपति और बिजनौर के सांसद बनें।

मलूक नागर ने कहा कि 22 साल पहले विधायक रहा हूं, उसके बीच में सांसदों के चुनाव लड़ता रहा, जिसके बाद में 2019 में बिजनौर से सांसद|

“मैं आपको बता दूं 2019 में मोदी की लहर बरकरार थी और यूपी में बीजेपी के प्रचार प्रसार बड़े स्तर पर हो रहे थे, लेकिन कहते हैं जो व्यक्ति जमीनी स्तर पर काम करता है, उसे जनता देखती है और जनता ने देखा कि मैंने बिजनौर जिले में जनता के प्रति कितना काम किया । उन्होंने मेरी मेहनत को देखते हुए मुझे सांसद के रूप में चुना, आज भी मैं अपनी बिजनौर की जनता को बहुत धन्यवाद करता हूं,” मलूक नगर ने कहा|

उन्होंने आगे कहा, “जिन्होंने मुझ विश्वास किया मैं उनके विश्वास को बरकरार रखने के लिए मेहनत करता हूं, उनकी समस्याओं का निस्तारण करवाता हूं, खासबात यह है कि अगर किसी मुद्दे का लोकसभा में चर्चा करके समस्या का हल करवाना है तो मैं उस मुद्दे को पूरी मेहनत से संसद भवन में उठाता हूं और मुझे इस मेहनत का फल मिलता है और बिजनौर की जनता को कुछ समस्याओं का हल मिलता है।

मलूक नागर ने बताया कि राजनीति का सफर मैने 34 सालों से देखा है, मेने ब्लॉक, प्रधान, विधायक के चुनाव लड़े, जिसमे मेने प्रधानी, ब्लॉक और विधानसभा चुनाव जीता है। बसपा सरकार में उत्तर प्रदेश का मंत्री भी रहा हूँ। खासबात यह है कि मेरे घरवाले राजनीति से जुड़े हुए है, जिससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला।

मलूक नागर ने कहा कि बिजनौर लोकसभा सीट पर 30 साल बाद बसपा परचम लहराने में कामयाब रही। 1989 में बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद कोई भी बसपाई बिजनौर लोकसभा सीट पर चुनाव नहीं जीत पाया था। नगीना लोकसभा सीट भी पहली बार बसपा की झोली में गई है।

“बिजनौर जिले में बसपा का जलवा चलता रहा है। 2007 के विधानसभा चुनाव में जिले की सभी सात विधानसभा सीटों पर बसपा ने काबिज होकर इतिहास रच रचा था। इसके बाद भी बसपा जिले में अपना दमदार प्रदर्शन करती आई है।”

“1989 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिजनौर से अपनी राजनीति की शुरूआत की थी। बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर मायावती पहली बार सांसद बनीं थीं। उन्होंने जनता दल के मंगलराम प्रेमी को चुनाव में मात दी थी।”

“मायावती के बाद बसपा के दिग्गज बिजनौर लोकसभा सीट से अपनी किस्मत तो आजमाते रहे, पर विजय पताका नहीं फहरा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे दूसरी बार बसपा के टिकट पर बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला। इस बार मुझे चुनाव जीतने में सफलता मिल गई। मायावती के बाद मैं अकेला ऐसा नेता रहा, जो बसपा के टिकट पर बिजनौर में चुनाव जीते हैं। ”

मलूक नागर ने कहा कि मैने संसद भवन में सबसे ज्यादा मुद्दे उठाए है, साथ ही मुद्दों के साथ साथ सबसे ज्यादा सवाल उठाने वाला सांसद मैं रहा, 2 साल के कार्यकाल में 173 डिबेट मेने संसद भवन में करी, 73 सवाल मेने संसद भवन में उठाए, जिसका परिणाम भी मुझे अच्छा मिला, लोगों की बहुत सी समस्याओं का निस्तारण हुआ। मलूक नागर ने ने कहा की चर्चा करने से ही समस्याओं का हल होगा न कि चुप रहने से।

मलूक नागर ने आगे कहा कि मुझे सांसद बने हुए दो साल हो गए हैं। मेने 17 बार गन्ने के मुद्दे को संसद में उठाया था। सांसद निधि की बात करें तो पहली किस्त को क्षेत्रों पर खर्च कर चुका हू। वहीं दूसरी के आने से पहले ही उससे ऑक्सीजन प्लांट लगवाने के लिए पत्र जारी कर चुका हूँ।

उन्होंने कहा कि भले ही आज लोकसभा चुनाव को दो साल पूरे हो चुके हो, लेकिन अधिकांश समय तो कोरोना काल की भेंट चढ़ गया। इस अंतराल में एक साल दो महीना कोरोना काल में कट गया, वहीं जनप्रतिनिधियों को काम करने के लिए मात्र नौ माह 21 दिन ही मिले हैं।

उन्होंने कहा कि मैं संसद में 246 बार मौजूद रहा और बिजनौर के मुद्दों को जोरशोर से उठाया, जिसका परिणाम मुझे बहुत अच्छा मिला है, लोगों की समस्याएं खत्म हुई है, बिजनौर जिले में बहुत तेजी से विकास हुआ है।

सांसद ने बताया कि उन्होंने जनहित व सर्वहित में 550 पत्र लिखे हैं। “सबसे पहले मैंने गंगा और उसमें आई बाढ़ का मुद्दा उठाया था। इसके बाद विदुरकुटी, पर्यटन, स्वास्थ्य, किसान, गन्ना तमाम मुद्दे संसद में उठाए। गन्ने का मुद्दा 17 बार संसद में उठाया, हालांकि गन्ने पर मात्र दस रुपये ही बढ़ सके थे। उन्होंने कहा कि वह खुद कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और उनके परिवार के कई सदस्य भी संक्रमित हो गए थे, लेकिन कोरोना से लड़ने के बाद फिर से जनता के लिए सक्रिय हो गया हूं।”

सांसद बिजनौर मलूक नागर ने कहा कि बिजनौर संसदीय क्षेत्र में संचालित सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 3.75 करोड़ की धनराशि अवमुक्त करने की संस्तुति दी है। इनमें बिजनौर जिला अस्पताल को 1.50 करोड़ रुपये धनराशि दी गई है।

सांसद ने कहा कि आक्सीजन प्लांट के लिए 30 अप्रैल 2021 को भारत सरकार द्वारा भेजे गए पत्र की जानकारी परियोजना अधिकारी ने उन्हें 19 मई को दी है। उन्होंने इतने महत्वपूर्ण समय में 18 दिन विलंब करने पर आपत्ति जताते हुए इसे गैर जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की संवेदनशीलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत सरकार के निर्देशों को 18 दिनों तक कोई तवज्जो नहीं दी गई।

इस दौरान कोरोना संक्रमितों को भी तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अगर यह निर्देश तुरंत दिए जाते तो तत्काल आक्सीजन प्लांट का कार्य शुरू किया जा सकता था और तमाम लोगों की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही आक्सीजन प्लांट का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।

 

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