दिल्ली :– दिल्ली में एक मामला सामने आया है , जिससे आप हैरान रह जाएंगे । जी हाँ दिल्ली में 50 हजार स्ट्रीट लाइट के बंद होने के संकेत नजर आ रहे हैं। इन लाइटों के बंद होने से दिल्ली में चारो तरफ अंघेरा छा जाएगा।
दरअसल पूरी दिल्ली के कई ईलाकों में 50 हजार स्ट्रीट लाइटों के रख-रखाव का जिम्मा टाटा पावर कंपनी पर है । वही कंपनी ने हाल में एक विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि कंपनी को इन लाइटों के रख-रखाव में हर महीने लगभग 68 लाख का खर्च आता है।
कंपनी के अनुसार सरकार ने पिछले एक साल से कंपनी का बकाया पैसा भुगतान नहीं किया है, जिसके कारण कंपनी अब और बोझ उठाने में असमर्थ है ।
वही इस मामले में टाटा पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के सीईओ संजय बांगा का कहना है कि कंपनी ने इस मामले से जुड़े कई पत्र दिल्ली नगर निगम और डीएसआईडीसी को भेजे जा चु्के हैं , मगर अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया है ।
जिस कारण हमने यह निर्णय लिया है। कंपनी के अनुसार दोनों ही सरकारी एजेंसियों ने जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। जिस कारण हमें यह कदम उठाना पड़ा है।
खासबात यह है कि केजरीवाल सरकार एक तरफ जहां दिल्ली में स्कूलों एवं अस्पतालों के कायाकल्प करने से लेकर तमाम तरह के विकास के दावें कर रही है, इसी के साथ हाल में दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक परिवहनों में महिलाओं को मुक्त सेवा देने का वादा भी किया है । वही दूसरी ओर दिल्ली में 50 हजार स्ट्रीट लाइट के बंद होने के संकेत नजर आ रहे हैं। इन लाइटों के बंद होने से दिल्ली में चारो तरफ अंघेरा छा जाएगा।