यूपी टीचर फर्जीवाडा : 8-10 नहीं, 5 हजार से ज्यादा हैं अनामिकाएं, बडे एक्शन की तैयारी
Abhishek Sharma
उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती में घोटाले के आए दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। फर्जी दस्तावेज पर नौकरी करने वाले शिक्षकों पर अब सरकार शिकंजा कस रही है। उत्तर प्रदेश में 6 फर्जी शिक्षकों से पैसे की रिकवरी के लिए नोटिस भेजा गया है।
पहले ही इन शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज है। शिक्षकों की नियुक्ति पर जांच बैठाई जा चुकी है। अब सरकार ने इनसे नौकरी के दौरान दी गई सैलरी को रिकवर करने का फैसला किया है. पुलिस भी पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
फर्जी शिक्षकों में ज्यादातर ऐसे लोग हैं, जिन्होंने किसी दूसरे का कागजात का इस्तेमाल कर नौकरी हासिल की है। कुछ शिक्षक ऐसे भी हैं जिन्होंने अपनी डिग्री किसी फर्जी यूनिवर्सिटी से बनवाई है। इसी आधार पर ये शिक्षक वर्षों से नौकरी कर रहे थे।
अभी तक सामने आई जांच के मुताबिक पूरे यूपी में फर्जी शिक्षकों की संख्या करीब 5,000 के आसपास है। जैसे-जैसे विभागीय जांच शुरू की जाएगी, ये आंकड़े और ज्यादा बढ़ सकते हैं। सरकार ने सभी शिक्षकों को 20 जून तक का वक्त दिया है।
20 जून तक फर्जी शिक्षकों को जितनी सैलरी मिली है, उसे लौटाना होगा। अगर फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे शिक्षक पैसे नहीं लौटाएंगे तो उनके खिलाफ सरकार आगे की कार्रवाई करेगी।