नॉएडा जिला अस्पताल ने मरीजों की सुरक्षा के लिए आवारा कुत्तों को किया बाहर तो केंद्रीय मंत्री के एनजीओ ने दिखाई ऐंठ

Rohit Sharma | Lokesh Goswami Ten News

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जिला अस्पताल के परिसर से आवारा कुत्तों को बाहर निकालने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के पास एक केंद्रीय मंत्री के एनजीओ से धमकी भरा फोन आना बताया जा रहा है। फोन पर पूछा गया कि क्यों अस्पताल के परिसर से आवारा कुत्तों को बाहर निकाला गया है। उन्हें अंदर किया जाए। इस पर जवाब दिया गया कि मरीजों के बीच कुत्तों को नहीं रखा जा सकता।

जिला अस्पताल के परिसर में कुत्ते घूमते रहते हैं। यहां इमरजेंसी के गेट के बाहर भी कुत्ते बैठे रहते हैं। आवारा कुत्तों के झुंड से मरीज परेशान रहते हैं। इस अस्पताल में कई मरीज कुत्तों द्वारा काटने के और कई इमरजेंसी केसेस के भी पहुंचते हैं। जानकारी के मुताबिक कई बार आवारा कुत्ते स्ट्रेचर पर भी बैठ जाते हैं और गन्दगी फैलाते हैं ।

कई बार यह भी देखने में आया की यह आवारा पशु इमरजेंसी में आए खून बहते हुए मरीजों के पीछे आने लगते हैं। उनके टपके हुए खून को चाटते हुए दिखते हैं। इससे वहां के स्टाफ और लोगों में दहशत बनी रहती है। अस्पताल प्रशासन को डर बना रहता है कि कहीं कोई कुत्ता किसी मरीज को काट न ले। शहर में आवारा कुत्तों का आतंक है। पिछले समय करीब 270 मरीज कुत्तों के काटने के आए थे। इसी को ध्यान में रखकर अस्पताल प्रशासन ने आवारा कुत्तों को बाहर निकालने का फैसला लिया। कुत्तों को बाहर निकालने की कार्रवाई हो रही थी उसी दौरान केंद्रीय मंत्री के एनजीओ से फोन सीएमएस के पास आ गया।

सीएमएस डॉ. अजेय अग्रवाल ने बताया कि कुत्तों को बाहर निकालने पर फोन आया था। फोन पर कहा गया कि कुत्तों को बाहर न निकालें। इस पर कहा गया कि कुत्तों से मरीजों को खतरा है। अस्पताल किसी भी प्रकार से जोखिम नहीं उठा सकता। फ़िलहाल जरूरी कार्यवाही करी जा रही है।

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