औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने प्राधिकरण के प्राजेक्ट्स का लिया जायज़ा
नॉएडा : औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने अचानक नॉएडा प्राधिकरण का दौरा किया और अधूरे पड़े प्रोजेक्टों पर जायजा लिया साथ ही प्राधिकरण के चैयरमेन अलोक टंडन से मिलकर मीटिंग कर 31 मार्च तक पुरे करने का निर्देश भी दिया।
प्रेसवार्ता के दौरान औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा नोएडा अथॉरिटी पर पहले आरोप लगते थे. कि पार्दशिता नहीं है और आलोचना का केंद्र बनता था लेकिन बीजेपी सरकार आने के बाद पर्ची सिस्टम को खत्म कर दिया। मंत्री ने बताया कि ये उनकी दूसरी समीक्षा बैठक है।
सफाई व्यवस्था, सड़क और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था उसके लिए आश्वसय निर्देश दिए गए हैं। सड़क की सफाई के लिए रात में काम कराने के निर्देश दिए हैं ताकि आम जनता को दिक्कत न हो। डंपिग ग्राउंड को भी 30 किमी. शहर से बसा गया, वहीं जल भराव की स्थिती में भी कमी आई है। बिल्डर-बायर्स की समस्याएं के समाधान के लिए सरकार लगातार काम कर रही है तकरीबन 19907 भवनों का कब्जा बायर्स को प्राधिकरण द्वारा प्रमाण पत्र जारी कर दिया है।
वही अथॉरटी पर निशाना साधते हुए कहा कि फरवरी की इनवेस्टर्स समीट की थी जिसमें 4 लाख 28 हजार करोड़ के एमओयू साइन हुए थे। भूमि पूजन भी किया ऐसे में 5 महीने के अंदर इतना बड़ा इंवेस्टमेंट किसी भी राज्य में नहीं हुआ है। उन्होेंने इशारों में अथॉरिटी पर निशाना साधते हुए साफ किया कि वो रियल स्टेट अथॉरिटी नहीं है वो इंडस्ट्रीयल डेवलेंपमेंट अथॉरिटी हैं।
गौतमबुद्ध नगर को जल्द से जल्द इलेक्ट्रानिक हब बनाने की कोशिश की जा रही है जिसके लिए जनपद में 150 प्लाट का सार्वजनिक रूप से आवंटन हुआ था उसके बाद भी कुछ बड़ी कंपनियां जिसमें टीसीएस, पेटीएम, कैंट, मदर्सन सूरी, हायर कंपनी के साथ 3 हजार करोड़ से ज्यादा का एमओयू साइन किया, वीवो को भी जमीद दी। इसके चलते जो पहले हैदराबाद और बैंगलुरू को इलेक्ट्रॉनिक हब कहा जाता था लेकिन अब गौतमबुद्ध नगर भी उसे श्रेष्ठ स्थान हासिल करने की स्थिती में है।