शोभित विश्वविद्यालय द्वारा “सतर्क भारत, समृद्ध भारत” विषय पर ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
मोदीपुरम स्थित, स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज, शोभित इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी ने विजिलेंस अवेयरनेस वीक के तहत हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटिड के सहयोग से “सतर्क भारत, समृद्ध भारत” विषय पर ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता का आयोजन आज दिनांक 2 नवम्बर 2020 को किया गया।
प्रतियोगिता का शुभारंभ कुलपति प्रो0 डॉ अमर प्रकाश गर्ग के अभिभाषण से हुआ। उन्होंने भाषण से प्रतियोगीयों का उत्साह बढ़ाया। माननीय कुलपति महोदय जी ने भ्रस्टाचार के मूल कारण पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे आज भ्रष्टाचार चरम पर है। भ्रष्टाचार को किसी ऐसे व्यक्ति, जिसे प्राधिकार दिया गया है, द्वारा किए जाने वाले बेईमान और अनैतिक आचरण के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिसे वह स्वयं को या दूसरों को लाभ पहुंचाने के लिए करता है. आज यह वैश्विक रूप में समाज के हर तबके में किसी न किसी रूप में व्याप्त है. भ्रष्टाचार से राजनीतिक विकास, लोकतंत्र, आर्थिक विकास, वातावरण, लोगों के स्वास्थ्य तथा अन्य कई चीजों पर प्रभाव पड़ता है. अतः यह आवश्यक है कि लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाए और उन्हें भ्रष्टाचार मिटाने का प्रयास करने हेतु प्रेरित भी किया जाए.
इस अवसर पर डीन स्कूल ऑफ लॉ प्रो0 डॉ रश्मि खुराना नागपाल ने सभी का स्वागत किया और कार्यक्रम के विषय में सबको अवगत कराया तथा प्रयियोगियों का मार्गदर्शन किया और नागरिकों को जागरुक करने तथा भ्रष्टाचार को समाप्त करने में उनकी सतर्कता की आवश्यकता पर विशेष प्रकाश डाला गया.
चीफ रीजनल मैनेजर एच्0 पी0 सी0 एल0, श्री नितिन श्रीवास्तव जी ने शोभित यूनिवर्सिटी द्वारा “साप्ताहिक विजिलेंस अवेरनेस” के आयोजन कराने पर बधाई दी। और बताया की इस कार्यक्रम का उद्देश्य सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी लाना तथा भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करना है. मैनेजर सेल्स एच0 पी0 सी0 एल0, श्री रामनाथ जी ने सभी को शपथ ग्रहण कराई।
प्रति वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जाता है जो सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस के मौके पर होता है. श्री पटेल को सत्यनिष्ठ व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. भारत सरकार के नव भारत निर्माण के दृष्टिकोण के अनुरूप देश के अग्रणी सत्यनिष्ठ संस्थान केन्द्रीय सतर्कता आयोग का यह प्रयास है कि लोगों के बीच सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही को प्रोत्साहित किया जाए.
प्रति वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन आयोग की दूरदर्शिता का परिचायक है जो भ्रष्टाचार की रोकथाम और उसके खिलाफ संघर्ष में सामूहिक रूप से जनता की भागीदारी को बढ़ावा देने और इसके महत्व, कारण और इससे होने वाले खतरों के प्रति जागरूक करने की योजना है.
इस वर्ष दिनांक 27.10.2020 से 02.11.2020 तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जिसका संदेश है – “भ्रष्टाचार मिटाओ, नया भारत बनाओ”.
सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों में भ्रष्टाचार के प्रभाव के संबंध में जागरूकता फैलाना है.
कार्यक्रम में 60 प्रतियोगियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में पुरुस्कार राशि का भी निर्धारण किया गया जिसके तहत प्रथम पुरुस्कार स्वरूप 3000 रुपये, द्वितीय पुरुस्कार 2000 रुपये एवं तृतीय पुरुस्कार 1000 रुपये रखा गया।
प्रतियोगियों को जज करने के लिए प्रो0 एम0 के0 मिश्रा, प्रो0 राजीव दत्ता और रामनाथ जी उपस्थित रहे। प्रतियोगियों में रमशा अहमद, मोनिका गुप्ता, बिसना चन्द्रन, प्राची जैन, रिया जैन, ह्रदयवीर, मनीषा शर्मा, समीर सिंह, सुबोध कुमार, पवन और शुभेंदु का व्याख्यान विशेष उल्लेखनीय रहा।
प्रतियोगिता के परिणाम की घोषणा चीफ रीजनल मैनेजर एच्0 पी0 सी0 एल0 श्री नितिन श्रीवास्तव जी ने किया। प्रथम पुरुस्कार बिसना चन्द्रन, द्वितीय पुरुस्कार रमशा अहमद तृतीय पुरुस्कार प्राची जैन को दिया गया इसी के साथ तीन कॉन्सोलेशन पुरुस्कार पवन, समीर सिंह और मोनिका गुप्ता को दिए गए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ0 रश्मि नागपाल, प्रो0 एम0 के0 मिश्रा, डॉ इमरान, डॉ0 अनिता राठौर, अजयराज सिंह, अंजलि उपाध्याय औऱ शेलेन्द्र का विशेष सहयोग रहा।
प्रतियोगिता का समापन रिटायर्ड आई0 पी0 एस0 प्रो0 एम0 के0 मिश्रा जी ने बताया कि ई गवर्नेन्स, प्रक्रिया में व्यवस्थापरक बदलाव, कम स्वतंत्रता, सार्वजनिक इंटरफेस में कमी, तकनीक आधारित खरीद और ऑटोमेशन, भ्रष्टाचार में कमी लाने के लिए किए गए दूरगामी प्रभाव साबित होंगे. अतः आयोग ने सभी संगठन/विभागों को भ्रष्टाचार से लड़ने हेतु प्रभावी सतर्कता उपाय करने हेतु चयनित किया है ताकि उनके कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेवारी में बढ़ोत्तरी हो सके। प्रो0 मिश्रा जी के अभिभाषण के बाद राष्ट्रगान के साथ किया गया।