भविष्य मे कस्टमर्स के झुकाव को लेकर, WGCN ने EPCH सदस्य निर्यातकों के साथ सांझा किये कीमती सुझाव

Galgotias Ad

नई दिल्ली, 12 मार्च 2021: हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने आज वर्चुअल मोड पर एक जागरुकता सेमिनार- ट्रेंड फोरकास्ट- की डायरेक्शन्स-होम: स्प्रिंग/समर 2022 फर्नीचर, हार्डवेयर पॉसिबल मटीरियल्स, फिनिशेज, टेक्सचर्ज (मटीरियल कॉबिनेशन्स)” का आयोजन किया। इस जागरुकता बेबिनार सत्र में ईपीसीएच के चेयरमैन श्री रवि के पासी और बड़ी संख्या में सदस्य निर्यातकों के साथ ही मुख्य वक्ता के रूप में डब्ल्यूजीएसएन दक्षिण एशिया क्षेत्र की अकाउंट मैनेजर तृप्ति तिवारी मौजूद रहीं। ईपीसीएच के महानिदेशक डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि इस बेबिनार में तृप्ति तिवारी ने अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड एंड फोरकास्ट के क्षेत्र में अपने विस्तृत अनुभव को साझा किया।

अपनी बात को विस्तार देते हुए ईपीसीएच के महानिदेशक डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि तृप्ति तिवारी ने जानकारी दी कि डब्ल्यूजीएसएन लगातार उन संकेतों को बारीकी से परखता है जो ग्राहक के व्यवहार में बदलाव को दर्शाते हैं। डब्ल्यूजीएसएन के विशेषज्ञ बारीक से बारीक कड़ियों और संकेतों इस विशेषज्ञता से जोड़ते हैं कि उन्हें आने वाले वर्षों या समय के उत्पादों, अनुभवों और ऐसी सेवाओं की सटीक जानकारी मिल जाती है जिससे ब्रांड्स प्रासंगिक बनते हैं और भविष्य में भी अपनी जगह बनाते और सुरक्षित रखते हैं।

डब्ल्यूजीएसएन की तृप्ति तिवारी ने प्रतिभागियों को आगे बताया कि कोरोना वायरस हमारे बड़े पैमाने पर सामाजिक और आर्थिक के बदलाव के साथ ही भविष्य को भी बदल रहा है। इसके साथ ही यह सभी उद्योगों, विशेष रूप से जीवन शैली और इंटीरियर सेक्टर व्यापक बदलाव का कैटलिस्ट बन गया है। प्रतिभागियों को उन्होंने यह भी सूचित किया कि आने वाले भविष्य में  हमारा जीवन घर की अर्थव्यवस्था के इर्द गिर्द घूमेगा और हम घर पर जो कुछ भी करते हैं उसमें बड़े और नाटकीय परिवर्तन आएँगे चाहे वो घर हो, हेल्थ केयर हो, मनोरंजन हो या फिर सेल्फ केयर हो। अब होम हब का विस्तार होम बॉडी हब के रुप में हो गया है और इस बदलाव का बड़ा और लंबे समय तक असर लाइफस्टाइल और इंटीरियर मार्केट पर रहने वाला है।

अपनी बात को विस्तार देते हुए तृप्ति तिवारी ने प्रतिभागियों को बताया कि आज हम जिस तरह अपने घरों में रहते है और भविष्य में जिस तरह से रहने वाले हैं उसमें जमीन आसमान का अंतर होगा। दोनों तरीकों में मौलिक रूप से अंतर होगा। हम जो कुछ पहले घर के बाहर करते थे अब वो हमें घर के अंदर करना पड़ रहा है, हम उसे घर के अंदर कर रहे हैं ऐसे में अपने घरों के इस्तेमाल को लेकर हमें नए सिरे से सोचने की जरुरत है। उन्होंने अपनी प्रस्तुति के दौरान, फ़र्नीचर और हार्डवेयर के लिए प्रमुख रुझानों का एक व्यापक अवलोकन और स्प्रिंग / समर 2022 के लिए फ़र्नीचर को अपडेट करने के लिए नवीनतम दिशा-निर्देशों के बारे में बताया, जिसमें हाइपर क्राफ्टेड स्टेटमेंट से लेकर समकालीन एंटीक डिज़ाइन तक शामिल हैं। अपनी प्रस्तुति को विस्तार देते हुए उन्होंने कलर, मटेरियल और फिनिश (सीएमएफ) ट्रेंड्स, वुड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लकड़ी के स्थाई आइटम को रचनात्मक ऊर्जा की एक नई लहर देने के लिए ब्रांड्स और डिज़ाइनर लकड़ी पर गहरा ध्यान दे रहे हैं जिसमें गहरे रंग के अनाज नुमा रंग से लेकर एक दम अलग हटकर स्टाइलिंग तक पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अपनी बात को समझाते हे उन्होंने प्रतिभागियों को इंटिरियर फिक्सचर और फिटिंग ट्रेंड्स के बारे में भी जानकारी  जिसमें आज ग्राहकों की रुचि एक बार फिर ईआईवाई (खुद करके देखो) में बढ़ने की वजह से हार्डवेयर सामग्री पर जोर और बढ़ गया है। ईपीसीएच के महानिदेशक डॉक्टर राकेश कुमार ने बताया कि तृप्ति तिवारी की दी जानकरी के मुताबिक ग्राहकों की इस बढ़ी रुचि की वजह से होम इंप्रूवमेंट्स, ज्यादा से ज्यादा आत्मनिर्भर जीवनशैली को मदद करने वाले हार्डवेडयर, हार्डवेयर के नए से नए आकार, शानदार और बारीक फिनिश और आशा का संचार करने वाले चटक रंग स्प्रिंग/ समर 2022 में हिट होने वाले हैं।

ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में हस्तशिल्प निर्यात का कुल मूल्य 25,270.14 करोड़ रुपये था और इस वित्तीय वर्ष यानी 2020-21 के पहले नौ महीने यानी अप्रैल से दिसंबर तक का कुल निर्यात 2268.58 मिलियन अमरीकी डालर यानी 16940.98 करोड़ रुपये हुआ है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.