बिमटेक कॉलेज में आयोजित हुए संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने उठाई आज़ादी, सुरक्षा को लेकर आवाज
Abhishek Sharma
Greater Noida (18/02/19) : ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित बिमटेक कॉलेज में आज महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। सभी महिलाओं ने एक स्वर में आज़ादी, सुरक्षा, भेदभाव के जैसे मुद्दे उठाए और उपस्थित सभी महिलाएं एवं छात्राओं ने अपने विचार प्रकट किए।
जेपी इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य ने आयोजित कार्यक्रम में अपना मत रखते हुए कहा कि हमारे समाज में महिलाओं की नहीं सुनी जाती है। महिलाओं को पुरुषों से कम आँका जाता है, महिलाओं के साथ इस व्यवहार के लिए हमारा समाज ही जिम्मेदार है। हमारे आसपास लगातार लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं एक महिला हुँ और बेटी की परेशानी अच्छे से सुन और समझ सकती हुँ।
एक महिला होने के नाते मैं कोशिश करूंगी की अपनी बेटी के साथ एक दोस्त की तरह रहूं ताकि वो अपनी परेशानियां अपने दोस्तों के साथ साथ मुझसे भी शेयर करे। अगर ऐसा किया जाए तो निश्चित ही लड़कियों में आत्मविश्वास आएगा और गलत मुद्दे पर वो अपनी आवाज उठा सकती है।
बिमटेक कॉलेज की छात्राओं ने कहा कि हमारे समाज पर लड़कियों पर पाबंदी लगाईं जाती है, अगर लड़की कही बाहर जा रही है तो उससे परिजन सवाल करते हैं, लेकिन अगर लड़का बाहर जाता है तो उससे कोई सवाल नहीं पूछा जाता है। देश तो आज़ाद हो गया है लेकिन लड़कियां कहीं न कही अभी भी आज़ाद नहीं है। लड़कियों के पहनावे को लेकर लोग विश्लेषण करते हैं।
अगर किसी लड़की ने जीन्स पहनी है तो लोगों का नजरिया हमारे समाज में अलग होता है। लोगों की ये सोच बदली जानी चाहिए, तभी लड़कियों को कुछ हद तक आज़ादी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि कहीं भी कोई राजनैतिक दल महिलाओं की सुरक्षा की बात नहीं करता है। चुनावों का समय आने पर महिलाओं की सुरक्षा की बात की जाती है। चुनावों में महिला सुरक्षा को एजेंडा बनाकर राजनीती करते हैं। जब लड़कियां खुद अपने लिए आवाज उठाएंगी तभी कुछ बदलाव आएगा।
बिमटेक कॉलेज की शिक्षिका ने अपना मत रखते हुए कहा कि आज़ादी के इतने साल बाद क्या हमारे देश की नारी पूरी तरह से आज़ाद हुई है। लोगों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि नारी की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। उन्होंने कहा कि जितनी सुरक्षा एक पुरुष को मिलती है उतनी ही एक नारी को भी मिलनी चाहिए। उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि लड़के और लड़की में आखिर फर्क क्यों किया जाता है ? नारी की सुरक्षा प्रत्येक व्यक्ति को होनी चाहिए और ये शुरआत हमें हमारे घर से करनी चाहिए। लड़कियों को भी लड़को जैसी आज़ादी दी जाए और उनसे भी लड़को की तरह बातें और बर्ताव किया जाना चाहिए।