वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में एमबीबीएस तृतीय वर्ष के सैकड़ो छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया । आपको बता दे की इन छात्रों ने कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज में पाठ्यक्रम चलाने के लिए बुनियादी सुविधाएं नहीं थीं। 49 छात्रों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में, उन्होंने कहा कि उन्होंने 2016 में रोहतक के पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में आयोजित परामर्श के माध्यम से प्रवेश लिया था।
कॉलेज में न तो हमें पढ़ाने के लिए डॉक्टर होते हैं और न ही इसके अस्पताल में मरीज होते हैं। ” उन्होंने 2018 में उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अन्य सुसज्जित कॉलेजों में उनके स्थानांतरण की मांग की।
साथ ही प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब तक 32 लाख रुपये संस्थान को दे चुके है , लेकिन अभी तक हमे कोई सुविधा उपलब्ध नही कराई गई है , वही इस मामले में जब जाँच कमेटी आई तो संस्थान के लोगों ने नकली डॉक्टर और नकली मरीज लाकर खड़े कर दिये । हमारे 3 साल बर्बाद हो चुके है , क्योंकि हमें अब तक कुछ भी नही सिखाया गया है ।
वही दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार कठोर कदम उठाए , जिससे हमारा भविष्य बन सके । अगर सरकार हमारी माँगे नही मानती है तो इच्छामृत्यु की अनुमति दे , क्योंकि इतने पैसे खर्च करके हमारा भविष्य नही बन पाया ।