फोनरवा चुनाव: योगेंद्र शर्मा के पैनल ने जारी किया घोषणा पत्र, रुके हुए कामो की गति बढ़ाने का किया वादा
Ten News Network
नोएडा: फोनरवा के होने वाले चुनाव से पहले आज योगेंद्र शर्मा के पैनल ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा की और उसके साथ ही इन चुनावों के लिए अपना घोषणा पत्र भी जारी किया। इसमें उन्होंने नोएडा के सेक्टर के तमाम मुद्दों जैसे बिजली, पानी, सड़क आदि को उठाया। घोषणा पत्र में प्रमुख रूप से पानी के मुद्दे को इंगित किया गया। इसके साथ ही नोएडा में बिछे तारों के जालों को भूमिगत करके इस समस्या से क्षेत्रवासियों को निजात दिलाने का वादा भी किया गया है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए योगेंद्र शर्मा ने कहा कि कोरोना के दौरान पिछले 2 साल से वह और उनके साथी लगातार काम कर रहे हैं। जिसके लिए उन्हें मुख्यमंत्री से भी प्रोत्साहन मिला। योगेंद्र शर्मा ने बताया कि कोरोना काल में कम्युनिटी सेंटर को कोविड सेंटर में तब्दील कर क्षेत्रवासियों की मदद की गई। जिसका निरीक्षण सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी किया। इसके अलावा शर्मा ने चुनाव में अपनी जीत का दावा भी किया।
फोनरवा के चुनाव में योगेंद्र शर्मा के पैनल से महासचिव पद के उम्मीदवार के के जैन ने कहा की उन्होंने शहर के विकास के लिए लगातार काम किया है। जैन ने बताया कि सेक्टर्स में ग्रीन बेल्ट तैयार किए गए और कम्युनिटी सेंटर को भी डेवलप किया गया। इसके अलावा जनता का संवाद प्राधिकरण से बना रहे इसके लिए भी लगातार फोनरवा प्राधिकरण और जनता के बीच सेतु का काम करता रहा है। उन्होंने कहा कि नोएडा के विकास के लिए उन्हें लगातार नोएडा विकास प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन का सहयोग मिलता रहा है। जैन ने यह भी वादा किया कि यदि वह पैनल चुनाव जितते है तो रुके हुए काम और गति से किए जाएंगे।
फोनरवा के पूर्व अध्यक्ष और योगेंद्र शर्मा के सामने अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एनपी सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है लेकिन मत का अधिकार जनता के पास है और जनता ही यह तय करेगी कि इस बार चुनाव में फोनरवा का अध्यक्ष कौन होगा। एनपी सिंह ने बताया कि नोएडा के विकास के लिए वह 2 सालों में 5 बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिल चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा की पिछले 2 सालों में कोरोना काल के दौरान इस प्रकार काम नहीं हुआ जिस प्रकार होना चाहिए था। सिंह ने योगेंद्र शर्मा के जीत के दावे को भी खारिज किया और कहा कि जीत का निर्णय जनता के मत के बाद ही होगा।