दिल्ली में सफाई कर्मचारियों की हो रही सीवरों में मौत को लेकर आज सिटीआईयू ने अम्बेडकर स्टेडियम पर दिल्ली सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

Lokesh Goswami Ten News Delhi :

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दिल्ली में सीवर की सफाई करते हुए 7 लोगों की मौत हो गई है इस वर्ष सीवर की सफाई के दौरान अभी तक 17 मजदूरों की मौत हो चुकी है लेकिन आप की सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं ।दिल्ली सरकार से हमारी मांग है कि हाथों से सफाई को रोका जाये आप की सरकार मैनुअल काम को बंद करने और उनके पुर्नवास अधिनियम 2013 को लागू करने में नाकाम रही है ना ही आप की सरकार सर्वोच्च न्यायालय के 2014 के दिशा निर्देशों पर अमल कर रही है क्यों न्यायालय ने सफाई कर्मचारी आंदोलन एवं अन्य बनाम केंद्र सरकार और अन्य के दायरे मुकदमे के तहत दिए थे
जुलाई 2017 में स्वरों की सफाई के मशीनीकरण की निगरानी के लिए आप की सरकार ने एक समिति गठित की थी लेकिन अभी तक कुछ भी हासिल नहीं हुआ है शिविरों के रखरखाव की जिम्मेदारी दिल्ली जल बोर्ड की है और उसके अधिकारियों द्वारा सांविधिक कर्तव्य का उल्लंघन करने के कारण सफाई करने से एक और घटना अपूर्ण है कि मुख्यमंत्री दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष होने के बावजूद इन भक्तों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं

दिल्ली सरकार से हमारी मांगे हैं की दिल्ली में सीवर साफ करने के लिए उपयुक्त संख्या में मशीनें उपलब्ध कराएं और इन मशीनों को चलाने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ को लगाएं मजदूरों द्वारा में मेला धोने जीवों के अंदर घुसकर उनकी सफाई करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए सरकारी और निजी एजेंसी एवं व्यक्तियों को कड़ी सजा दी जाए जो मजदूरों को मेला ढोने जीवों के अंदर सफाई के लिए अनुबंधित करते हैं शिविरों की सफाई करते हुए मारे गए सभी लोगों के परिवार को 25 -25 लाख मुआवजा दिया जाए मेला ढोने या शिविरों के अंदर घुसकर सफाई करने वाले लोगों के पुर्नवास के लिए ठोस कदम उठाये जाए दिल्ली जल बोर्ड द्वारा सफाई के काम के निजीकरण और ठेका करण को बंद किया जाए

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