DEMONETIZATION IS A REVOLUTIONARY, IT COULD CHANGE THE FATE OF INDIA : SHARVAN KUMAR SHARMA

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नोटबन्दी का ऐलान क्रांतिकारी है ,देश का भविष्य बदल सकता है ,अपराध और आतंक की कमर तोड़ सकता है .भ्रष्ट राजनीति और चुनाव व्यवस्था को कमजोर कर सकता है .जनता भी साथ है पर राजनीतिक जमात बेहद खपा और लामबन्द है .मोदी लगभग अकेले हैं ,केवल आम आदमी उनके साथ है ,पढ़ालिखा भी और बेपढ़ भी .पर इस बात को अनदेखा करना घातक होगा कि उसकी कठिनाईयां बढी हुई हैं ,उसकी सहन शक्ति बहुत है पर वह लाचार है .अर्थ प्रणाली में मुद्रा की संख्या कम है और गति सुस्त .इसका असर आम आदमी पर भारी है और अब सीमा आ रही है सहने की .रोज़ के नये नये आदेश अब कडवे लगने लगेगें .एकमुश्त योजना बना कर लागू की जानी चाहिये .संवेदनशील अधिकारियों को लगा या जाना चाहिये .अधिक नियम लागू करने में कठिन होते होते हैं .इधर बैंकों की अनेक शिकायतें आ रहीं हैं ,एटी एम खाली हैं .लोग मोदी की प्रशंसा कर रहें हैं ,पर अब यह भी कहने लगें हैं कि तैयारी में कमी रह गयी है .500 रूपये का नोट अभी तक ठीक से प्रचलित नही हो पाया है .हमे यह समझना पडेगा कि यदि इस काम में गोपनीयता नही रहती तो इसे ना करना ही बेहतर होता .लगभग सभी अर्थवेत्ता यह मान रहें हैं कि इस साहसिक कदम के दूरगामी परिणाम अच्छे होंगे ,बशर्ते अन्य उपाय भी किये जायें .अमर्तय सेन और वामपक्ष के विचारक आलोचना कर रहें हैं ,जो कि आश्चर्य जनक है .शायद इसका कारण अर्थशाsत्र कम मोदी विरोध अधिक है यह भी स्पष्ट है कि प्रारम्भ में जीडीपी गिरेगी और असंगठित क्षेत्र में अनेक समस्याएं आयेंगी .कृषि में भी रबी की बुवाई में भी समस्या आ रही है .पर ये समस्याएं सीमित अवधि की हैं .देश के नागरिकों को मोदी का साथ देना होगा .देश का भविष्य आप भ्रष्ट राजनीति और अर्थतंत्र पर नहीं छोड सकते .मोदी जैसे दूरदृष्टा ,अभ्रष्ट और देश को समर्पित रजनीतिग्य किसी देश के जीवन में हमेशा नही आते .

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