सैकड़ो सैनिको ने कर्नल के साथ हुई बर्बरता को लेकर पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला
नॉएडा : सेक्टर-29 में 14 अगस्त को दो पक्षों में हुए विवाद का मामला अब और टूल पकड़ता जा रहा है । आज शहर के पूर्व सैनिको ने एक जुट होकर पुलिस के गलत रवैये के खिलाफ सेक्टर 29 में शांति मार्च निकाला , जिसमे सैकड़ो सैनिको ने कर्नल के साथ हुई बर्बरता को लेकर पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है वही सैनिको का कहना है
देश के लिए अपने प्राणों की की आहुति देने के लिए हमेशा अग्रसर रहने वाली सेना के सम्मान पर जब ठेस पँहुचीं तो नोएडा में रहने वाले रिटायर्ड फौजियों से रहा नहीं गया । कर्नल की गिरफ्तारी के विरोध में सेकडों फौजियों ने नोएडा के सेक्टर 29 में स्थित गंगा काम्प्लेक्स से लेकर शाहिद स्मारक तक पैदल मार्च निकाला । इस पैदल मार्च में कई बुजुर्ग महिला भी शामिल रहीं । फौजियों का कहना है कि हम देश की रक्षा के लिए अपनी जिंदगी भी कुर्बान कर देते हैं और नोएडा पुलिस हमारे साथ ये व्यवहार कर रही है । सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेशों के बाद भी कर्नल को हथकड़ी लगाई गई । और अब एडीएम के खिलाफ 307 में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है । वहीँ वीरेंद्र सिंह चौहान की पत्नी का कहना है
एडीएम में कॉलोनी में अवैध कब्जा करना चाहता था जिसका हम लोग लगतार विरोध करते थे और वीरेंद्र ने प्राधिकरण में कई बार इसकी शिकायत भी की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई जिसका बदला लेने की नीयत से एडीएम और उसकी बीवी ने ये साजिश रची है । जब तक पुलिस अधिकारी हथकड़ी पहनाने वाले व् साथ गलत एफआईआर लिखने वाले पुलिस कर्मियों को डिशमीश नहीं करती है , और पुलिस ने आखिर एफआईआर लिखने में क्यों जल्दबाजी की , साथ ही पुलिस आखिर आरोपियों क्यों बचा रही है, जबतक मुख्य आरोपी एडीएम व् महिला को गिरफ्तार नहीं करती है तबतक हमारा पुलिस के खिलाफ धरना जारी रहेगा। आपको बतादे इस मामले में एक पक्ष की महिला ने छेड़खानी और अन्य धाराओं में कोतवाली सेक्टर-20 में एक रिटायर्ड कर्नल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि पुलिस ने बगैर जांच के रिटायर्ड कर्नल को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद कर्नल को हथकड़ी पहनाकर कोर्ट में पेश किया गया था। इस बात को लेकर शहर के पूर्व सैनिक नाराज थे। सभी सैन्य कर्मी जब डीएम से मिले और उन्हें साक्ष्य दिखाए तब जाकर डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्य वही के आदेश और ईस पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जाँच कराने के निर्देश दिए । तब नोएडा पुलिस ने अपनी गर्दन बचाने के लिए एडीएम और 6 अन्य लोगों के खिलाफ 307 जैसी गंभीर धाराओं में मकदमा दर्ज कर लिया है और कार्यवाही के नाम पर सेक्टर 29 चौकी इंचार्ज को निलंबित कर खानापूर्ति कर ली । मामले को बढ़ता देख जनपद के एसएसपी ने इसके बाद ही सीओ प्रथम अनित कुमार व इंस्पेक्टर मनीष सक्सेना को हटा दिया। वहीं, गुरुवार रात को जिले में सात इंस्पेक्टरों और तीन सीओ के कार्यक्षेत्र बदल दिए गए। लेकिन सैनिक अभी इस कारवाई से संतुस्ट नहीं है वो अपनी मुख्य माँग पर अड़े है