गाजियाबाद में पत्रकार पर हमले के खिलाफ सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे नोएडा के पत्रकार
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नॉएडा : देश के अंदर आम जनता के साथ-साथ पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है . आये दिन देश के किसी न किसी कोने में पत्रकार पर हमले होते है और केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार व् पुलिस प्रशासन कोई सख्त कारवाई नहीं करते है सिर्फ लीपापोती करके मामले को रफा दफा कर देते है। मगर आज तक पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कानून नहीं बना है जिसकी वजह से आज तक पत्रकार को न्याय नहीं मिल पाया है।
ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद में आया था, कुछ दिन पहले एक टीवी पत्रकार बदमाशों ने हमला कर दिया था जिसमे पत्रकार बुरी तरह घायल हो गए जिनका इलाज आज भी निजी अस्पताल में चल रहा है। हमलावर लम्बे समय तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहे और कल देर शाम उन्हें गिरफ्तार किया गया।
हालांकि बढ़ती असुरक्षा और गाजियाबाद के टीवी पत्रकार अनुज चौधरी पर प्राणघातक हमले के खिलाफ पत्रकारों की समस्याओं के प्रति पुलिस प्रशासन की घोर उपेक्षा को लेकर सेक्टर 19 सिटी मजिस्ट्रेट कार्यलय पर एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस हड़ताल में प्रिंट व् सभी चैंनल के पत्रकार मौजूद थे।
पत्रकारों ने प्रदेश में पत्रकारों पर हो रहे जानलेवा हमलों की निंदा करते हुए पत्रकारों के उत्पीड़न और हमलों को रोकने के लिए भूख हडताल कर तुरंत कठोर कदम उठाए जाने की मांग। गाजियाबाद में सहारा समय के पत्रकार अनुज चौधरी पर हुए कातिलाना हमले की निंदा करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा । इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।पत्रकारों ने अपनी एकता का परिचय देते हुए केंद्र सरकार से लेकर उत्तर प्रदेश से मांग की सरकार पत्रकारों के हित के लिए ठोस कदम उठाये जाए , और साथ पत्रकारों के लिए एक आयोग भी बनाया जाए