खनन विभाग को लक्ष्य पूरा करने में होगी दिक्कत

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ग्रेटर नोएडा : खनन विभाग को वार्षिक लक्ष्य पूरा करने के लिए काफी मेहनत करनी होगी। विभाग के वार्षिक लक्ष्य में बढोत्तरी होने और जिले में खनन के पट्टे न होने के कारण रायल्टी प्राप्त करने में दिक्कत आने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि जिले में बालू खनन के पट्टे की मियाद खत्म हुए करीब छह महीने हो चुके हैं। पिछले वर्ष पट्टे आवंटित करने के लिए आॅन लाइन आवेदन मांगे गए थे। उसी आधार पर पट्टा आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू की गई थी, लेकिन बाद में पट्टे देने पर रोक लग गई। वहीं, लोकसभा चुनाव होने के कारण इस पर कोई फैसला नहीं लिया जा सका है। जिले में एक भी पट्टे नहीं है। इसलिए बालू खनन से विभाग को एक रुपए भी रायल्टी नहीं मिल रही है। दूसरी तरफ, शासन ने विभाग को पिछले वर्ष 22 करोड़ रुपए का टारगेट दिया था। जिसमें 1 करोड़ रुपए की बढोत्तरी कर दी गई है। लेकिन पट्टे न होने के कारण विभाग को रायल्टी जुटाने में पसीने छूट रहेे हैं। विभाग के पास रायल्टी प्राप्त करने के लिए एक ही स्रोत है, जो बेसमेंट का है। बेसमेंट खुदाई से ही अभी रायल्टी प्राप्त हो रही है। जबकि अवैध खनन से भी कुछ रायल्टी प्राप्त हो जा रही है। लोकसभा चुनाव के चलते जिलाधिकारी ने मार्च, अप्रैल और मई माह में बेसमेंट खुदाई के लिए एक भी परमिशन नहीं दी थी। जिसे अब दिया जा रहा है। इसलिए विभाग को जून माह में करीब 2.5 करोड़ रुपए की रायल्टी मिली है। विभाग का कहना है कि अगस्त तक बेसमेंट खुदाई से मंथली टारगेट भर रायल्टी मिल जाएगी। लेकिन उसके बाद टारगेट पूरा करने में दिक्कत होगी। खनन अधिकारी पीके सिंह का कहना है कि यमुना में बालू खनन के पट्टे छोड़ने की प्रक्रिया सितम्बर माह में होने की उम्मीद की जा रही है। तब तक रायल्टी जुटाने में दिक्कतो का सामना करना पड़ेगा।

 

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