डीएनए रिपोर्ट के बाद ही जलाए गए व्यक्ति की होगी पहचान

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ग्रेटर नोएडा। आरटीआइ कार्यकर्ता चंद्रमोहन की कार में जलाकर मारे गए व्यक्ति की पहचान नोएडा के मानसिक विक्षिप्त के रूप में होने के सुबूत मिल रहे हैं। नोएडा की एक कोतवाली में मानसिक विक्षिप्त की गुमशुदगी दर्ज है। पुलिस ने उसके परिजन का सैंपल एकत्र किया है। इसे डीएनए जांच के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस ने कई और संभावितों को सैंपल एकत्र किया है। डीएनए की रिपोर्ट आने में दो माह लगने की संभावना है। इसके बाद ही विक्षिप्त की पहचान से पर्दा उठने की उम्मीद है।
ज्ञात हो कि चंद्रमोहन ने एक मई की रात में कार में अपनी मौत का नाटक रचने के लिए एक मानसिक विक्षिप्त को जलाकर मार दिया था। कोर्ट में अपने पक्ष को मजबूती से रखने के लिए पुख्ता सुबूत जुटा रही है। कोर्ट में पुलिस को सबसे अहम चीज विक्षिप्त की पहचान को प्रस्तुत करना है। जांच में पुलिस को लगभग आधा दर्जन ऐसे मानसिक विक्षिप्त के बारे में पता चला है जो पिछले तीन-चार माह से लापता हैं। पुलिस उनके परिजन के डीएनए एकत्र कर रही है। इस मामले में पुलिस को सबसे ठोस सुराग नोएडा के एक मानसिक विक्षिप्त के बारे में मिला है, जो पिछले कुछ माह से शहर में ही रह रहा था। उसके परिजन ने कुछ माह पूर्व नोएडा की एक कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। पुलिस उसके परिजन का डीएनए भी ले रही है। उम्मीद है सारे डीएनए इसी सप्ताह जांच के लिए भेजे जाएंगे। जांच के लिए डीएनए को हैदराबाद की लैब में भेजा जाएगा।

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