डेडिकेषन व सेटिसफेक्षन ही कलाकार की पूंजी – ले॰ कर्नल राजकपूर
अपने काम के प्रति अगर डेडिकेषन व सेटिसफेक्षन नहीं होगा तो कोई भी कलाकार कलाकार नहीं हो सकता फिर वह चाहे फिल्मों में हो या किसी भी व्यवसाय में, जैसे की मैंने फिल्मों को बहुत एंजाय किया लेकिन आर्मी को फिल्मों से ज्यादा एंजाय किया, यह कहना था कई फिल्मों व सीरियलों से जुड़े ले॰ कनर्ल राजकपूर का जिन्होंने शाहरूख खान को पहली बार स्क्रीन का दरवाजा दिखाया फौजी सीरीयल के द्वारा। उन्होंने कहा कि किसी भी कलाकार को जमीन से जुड़ा होना चाहिए। जो छात्र आज यहां षिक्षा ले रहे हैं वह सब लोग मेहनत व षिद्दत से अपना काम करेगें तो कोई भी उन्हें आसमां छूने से रोक नहीं सकता।
इस अवसर पर संदीप मारवाह ने कहा कि आज की इस वर्कषाप में मुझे भी बहुत कुछ सीखने का मौका मिला खासकर कर्नल साहब के वाकचातुर्य से मैं बहुत प्रभावित हुआ। इस अवसर पर म्यूजिक एल्बम गुप्त का भी विमोचन किया गया जिसका संगीत दिया डीजे शेजवुड ने जिन्होने पहले भी कई फिल्मों व एल्बम में संगीत दिया है, उन्होंने कहा कि मुझे मारवाह संस्थान में घर जैसा माहौल मिलता है, आजकल के रिमिक्स गीतों से युवा पीढ़ी पुराने गीतों को पंसद करने लगी है। एल्बम की कलाकार कषिष खान ने कहा मैं स्टेज पर संदीप जी के साथ बैठ कर यही सोच रही हूं कि काष मैं आप छात्रों के साथ बैठकर संदीप मारवाह से कुछ सीख पाती क्योंकि उन्होंने इतने सालों से इस संस्थान द्वारा कई बेहतरीन छात्र इस फिल्म उद्योग को दिए हैं। इस अवसर पर दिल्ली के सिंगर सोनू ठुकराल भी उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के अंत में संदीप मारवाह ने सभी अतिथियों को अंतराष्ट्रीय फिल्म एंड टेलीविजन क्लब की आजीवन सदस्यता प्रदान की।
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