बोन और सींग के प्राॅडक्ट की अच्छी डिमांड – स्लाॅटर हाउसों के बाई प्राॅडक्ट भी बिकता है काफी महंगा

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ग्रेटर नोएडा। विदेशों में स्लाटर हाउसों से निकले बाई प्राॅडक्ट की मांग खूब की जा रही है। स्लाटर हाउसों में कटे पशुओं की हड्डियों और सींग से बने हैंडिक्राॅफ्ट को खूब पसंद किया जा रहा है। जिससे इसकी कीमत भी अधिक है। छोटे से छोटे उत्पाद की कीमत 200 रुपए है।
इंडिया एक्सपो मार्ट एंड सेंटर में चल रहे चार दिवसीय हैंडिक्राॅफ्ट शो में कई तरह के आइटम का प्रदर्शन किया गया है। इसमें पशुओं की हड्डियों और सींग से बने प्राॅडक्ट भी काफी संख्या में प्रदर्शित गए हैं। देश भर में चल रहे रजिस्टर्ड स्लाॅटर हाउसों से निकलने वाले बाई प्राॅडक्ट की काफी डिमांड हैं। हैंडिक्राॅफ्ट मैनुफैक्टचर बोन और सींग के प्रोसेज किया हुआ कच्चा माल खरीदते हैं। इससे पहले वाइल्ड लाइफ के कस्टम आॅफिसर से एनओसी प्राप्त करनी होती है। जब तक कस्टम आॅफिसर से एनओसी नहीं मिलती हैए तब तक हैंडिक्राॅफ्ट मैनुफैक्चरर इनसे बने प्राॅडक्ट को विदेशों में नहीं बेच सकते हैं। एशियन हैंडिक्राॅफ्ट प्राइवेट कंपनी कके डाॅयरेक्टर वरूण मल्होत्रा ने बताया कि इनसे बने प्राॅडक्ट की यू.एस. और यू.के. में सबसे अधिक 60 फीसदी की डिमांड है। जबकि 30 फीसदी यूरोप में डिमांड है। सिर्फ 10 फीसदी प्राॅडक्ट की अन्य देशों में डिमांड है। उन्होंने बताया कि इन प्राॅडक्ट्स को छूने से कोई एलर्जी नहीं होती है। इसलिए इनकी डिमांड बढ़ती जा रही है। इसके साथ सीप और सेल के आयटम की भी डिमांड अधिक है। डिमांड होने के कारण इन प्राॅडक्ट की कीमत भी अच्छी है। एक छोटे से फोटो फ्रेस की कीमत 200 से 400 रुपए तक है। वरूण मल्होत्रा का कहना है कि बोनए सींगए सीप और सेल से बने प्राॅडक्ट की घरेलु मार्केट में भी डिमांड तेजी से बढ़ रही है। जब से ई-काॅमर्स का चलन बढ़ा है। इसकी डिमांड में तेजी आई है। उनका कहना है कि पहले हम बायर्स से 300 पीस से कम का आॅर्डर नहीं लेते थे। लेकिन अब घरेलु मार्केट में डिमांड बढ़ने के कारण 50 पीस तक के आॅर्डर भी लेने लगे हैं।

 

सरकारी नौकरी का झांसा देकर ऐंठें लाखों
ग्रेटर नोएडा;सतेन्द्र सिंहद्ध विकास भवन स्थित डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन डिपार्टमेंट में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी ने कई युवाओं से लाखों रुपए ऐंठ लिए। एजेंसी ने छह महीने का वेतन भी नहीं दिया हैए जबकि विभाग से एजेंसी को पैसा भी मिल चुका है। बेरोजगार हुए युवाओं ने विभाग के जरिए एजेंसी को नोटिस भेजा है और वेतन न मिल मिलने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
दरअसलए डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन डिपार्टमेंट में संविदा पर कुछ कर्मचारियों को रखने के लिए एनआईटीएफ सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी द्वारा एक दर्जन कर्मचारियों को लगाया गया था। जुलाई में कर्मचारियों को 14 हजार रुपए मासिक वेतन पर रखा गया था। कर्मचारियों का आरोप है कि एजेंसी ने उन्हें विभाग में सरकारी नौकरी दिलाने की झांसा दिया था। इसकी एवज में 60 हजार रुपए तक लिए गएं नवनीत राठी का कहना है कि उससे 60 हजार रुपए लिए गएए जबकि अंकित कुमार का कहना है कि उससे एजेंसी ने 50 हजार रुपए तक ले लिए गए। इसी तरह सभी से 10 से 60 हजार रुपए ले लिया गया। लेकिन 1 अप्रैल को अनुबंध खत्म होने के बाद सभी कर्मचारियों को आॅफिस आने से रोक दिया गया है। इन कर्मचारियों को जुलाई से अभी तक वेतन नहीं दिया गया है। कर्मचारी राहुल कुमारए अंकित कुमारए हरि सिंहए रिचा पांडेय और गिरिश कुमार ने एजेंसी को विभाग के जरिए नोटिस भिजवाया है। साथ ही चेतवानी दी है कि यदि वेतन नहीं मिला तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डिस्ट्रिक्ट प्रोबेशन आॅफिसर संजय कुमार का कहना है कि एजेंसी को पैसा दे दिया गया है और वेतन देने की जिम्मेदारी एजेंसी को ही है।
अनुसूचित जाति वित्त निगम देगा 950 लोगों को रोजगार
ग्रेटर नोएडा। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा जारी वित्तीय वर्ष में 950 लोगों को रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य रखा है। इन पर निगम द्वारा 475 लाख रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। 75 फीसदी ग्रामीण और 25 फीसदी शहरी लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाएगा।
शासन ने अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के लिए फाइनेंशियल इयर 2014-15 का टारगेट निर्धारित कर दिया है। इस योजना के तहत ग्रामीण और शहरी बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ऋण दिया जाएगा। इस योजना का लाभ सिर्फ अनुसूचित जाति के गरीबी रेखा के नीचे निवास करने वाले परिवारों को दिया जाता है। योजना के तहत 7 लाख तक कृषि व अकृषि की परियोजनाएं के लिए लो दिया जाता है। जिसमें महिलाओं केा 40 फीसदी और 5 फीसदी विकलांगों के लिए आरक्षण दिया जाता है। इस पर 4 फीसदी वार्षिक ब्याज दिया जाता है। इस योजना के तहत दादरी ब्लाक में 175 लोगों को रोजगार देने के लिए 87.50 लाख रुपए खर्च किया जाएगा। जबकि जेवर में 360 लोगों को 180 लाखए दनकौर में 180 लोगों लोन दिया जाएगा और बिसरख में 110 लोगों को 55 लाख रुपए खर्च होंगे। इसी तरह नगरीय क्षेत्र 125 लोगों को 62.50 लाख रुपए का लोन दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को लाभार्थियों के चयन का निर्देश दिया है।
प्राचीन बाराही मेले में रागिनी कार्यक्रम।
ग्रेटर नोएडा। सूरजपुर में चल रहे प्राचीन बाराही मेले का दूसरा दिन रागिनी कलाकारों के नाम रहा। शिव मंदिर सेवा समिति द्वारा आयोजित प्राचीन बाराही मेले के दूसरे दिन कार्यक्रम का शुभारंभ ओम जय जगदीश हरे की आरती से हुआ। दिल्ली की मोनिका चैधरी का ‘मेरा ढोल कुएं लटकी‘ गाना का का दर्शकों ने आनंद लिया। इसके अलावा फरीदाबाद की ज्योति गुलशन फरीदाबाद, देवेन्द्र अलीपुर, शेर सिंह तंवर, ज्ञानेन्द्र सर्धना प्रहलादपुर ने भी अपनी प्रस्तुती प्रस्तुत की।
कबीर पुरस्कार के लिए मांगा आवेदन
ग्रेटर नोएडा। एक सम्प्रदाय, जाति अथवा जाति समूह के सदस्य द्वारा सम्प्रदाय जाति सदस्य के जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए साहसिक कार्य किया हो, उसे कबीर पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाएगा।
जिला युवा कल्याण व प्रादेशिक विकास दल अधिकारी डीपी चैरसिया ने बताया कि कबीर पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे गए हैं। 23 अप्रैल तक आवेदन किए जा सकेंगे। यह पुरस्कार किसी एक सम्प्रदाय, जाति अथवा नृय जाति समूह के सदस्य द्वारा दूसरे सम्प्रदाय जाति अथवा नृजाति समूह के सदस्य के जीवन और संपत्ति केा बचाने में प्रदर्शित शारीरिक व नैतिक साहस और मानवतापूर्ण कार्य किए गए हैं। जातीय संघर्षों के दौरान दूसरे जाति के लोगों के जीवन एवं संपत्ति को बचाना, नृजाति संघर्षों के दौरान दूसरे जाति के लोगेां के जीवन एवं संपत्ति को बचाया गया है, उन्हें यह पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहला पुरस्कार दो लाख रुपए और दूसरा एक लाख रुपए का होगा। जबकि तीसरा पुरस्कार 50 हजार रुपए और प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

स्ट्रांग रूम से अनुपस्थित मिल रहे अधिकारी
ग्रेटर नोएडा। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में ड्यूटी पर लगे अधिकारियों द्वारा लापरवाही से कार्य कर रहे है। अभी तक कई अधिकारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाये जा चुके है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को नियमित ड्यूटी करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि बीते 10 अप्रैल को जिले में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ था। मतदान संपन्न होने के बाद मत पेटिकाएं स्ट्रांग रूम रखी गई हैं। इन मत पेटिकाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व बल के जवानों को लगाया गया है। इसके साथ ही जिले के अधिकारियों को भी ड्यूटी पर लगाया गया है। तीन शिफ्टों में अधिकारियों को ड्यूटी करनी है। जिसके लिए नायब तहसीलदार से लेकर सीडीओ तक की ड्यूटी लगी है। लेकिन सभी अधिकारी अपनी ड्यूटी नियमित तौर पर नहीं कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने 15 अप्रैल को स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया था। इस दौरान कई अधिकारी ड्यूटी से नदारत पाए गए थे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को ड्यूटी इमानदारी पूर्वक करने का निर्देश दिया है। यदि कोई अधिकारी अनुपस्थित पाया जाता है, तो उसके खिलाफ निर्वाचन आयोग को लिखा जाएगा।

 

कैश में मिलेगा मानदेय
ग्रेटर नोएडा। चुनाव ड्यूटी में लगे माइक्रो आब्जर्वर, जोनल मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट को मानेदय कैश दिया जाएगा। यह पैसा कोशागार कार्यालय में जमा करा दिया गया है, जहां अधिकारी अपना विभागीय पहचान बताकर मानदेय ले सकते हैं।
जिले में मतदान संपन्न कराने के लिए 100 सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट और माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटी लगाई गई थी। इस ड्यूटी के बदले इन्हें मानदेय दिया जाना है। माइक्रो आब्जर्वर को 1000 रुपए प्रतिदिन और सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट को 1500 रुपए प्रति दिन के हिसाब से मानेद दिया जाना है। यह पैसा कैश दिया जाएगा। एडीएम प्रशासन चंद्रशेखर ने बताया कि सभी का मानदेय वरिष्ठ कोषाधिकारी कार्यालय में जमा कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी अपनी पहचान के लिए विभागीय पहचान पत्र और लोकसभा चुनाव का ड्यूटी पत्र के साथ उपस्थित होकर अपना मानदेय तत्काल प्राप्त कर लें।
लुक्सर जेल में लाए गए 72 कैदी
ग्रेटर नोएडा। लुक्सर में बनी जेल में बुधवार से कैदियों को रखने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यहां पर पहले दिन डासना जेल से 72 कैदियों को लेकर आया गया। जिन्हें लुकसर जेल में रखा जाएगा। वही, अब जनपद में जो भी अपराधी पकड़े जाएंगे, उन्हें जिला जेल में ही रखा जाएगा।
गौरतलब है कि अभी तक जिले के कैदियों को गाजियाबाद स्थित डासना जेल में रखा जाता था। यहां पर जिले के सैकड़ों कैदियों को रखा गया है। इन कैदियों को जनपद में रखने के लिए बसपा सरकार द्वारा लुक्सर में जेल निर्माण कराया गया है। यह जेल अब बन कर पुरी तरह तैयार हो चुकी है। जेल में 5 हजार कैदियों को रखने की व्यवस्था है। मंगलवार को जिलाधिकारी, एसएसपी, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सहित कई अधिकारियों ने जेल का दौरा किया था और सुविधाओं का जायजा लिया था। यहां पर रसोइएं, डाॅक्टर और अन्य स्टाॅफ की नियुक्ति कर दी गई है। जिसके बाद बुधवार को डासना से कैदियों को शिफ्ट करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। बुधवार को डासना से 72 कैदियों को लुकसर जेल में लाया गया है। इसके साथ ही अब जिले में जो भी अपराधी पकड़े जाएंगे, उन्हें इसी जेल में रखा जाएगा।
उम्मीद से कम आ रहे बायर्स
ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो मार्ट एंड सेंटर में चल रहे चार दिवसीय हैंडिक्राॅफ्ट शो के दूसरे दिन बायर्स की भीड़ काफी कम रही। अधिकांश स्टालों पर एक्जीविटर्स बायर्स के इंतजार में बैठे रहे। हालांकि इन्हें बायर्स के आने की उम्मीद है और दावा है कि इस बार भी उन्हें नुकसान नहीं होने वाला है।
मंगलवार को इंडिया एक्सपो मार्ट एंड सेंटर में चार दिवसीय हैंडिक्राॅफ्ट मेले की शुरूआत की गई। इस मेले में फैशन जूलरी, घरेलु उपयोग के सामान आदि की प्रदर्शनी लगाई गई है। ईपीसीएच ने मेले में 1200 तक विदेशी बायर्स के आने की उम्मीद जताई है। दो दिन का शो खत्म हो चुका है और अभी गुरूवार और शुक्रवार तक मेला रहेगा। मेले में ईपीसीएच के दावे के अनुसार बायर्स नहीं आए हैं। दो दिनों से स्टाॅल पर सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकांश एक्जीबिटर्स दिन भर बायर्स के इंतजार में बैठे रहे। एक्जीविटर वरूण मल्होत्रा का कहना है कि अभी बायर्स नहीं आए हैं। दो दिन से बायर्स का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन उम्मीद के अनुसार बायर्स नहीं आए है। इनका कहना है कि अभी दो दिन और शेष है। पूरी उम्मीद है कि बायर्स की संख्या बढ़ेगी। सीत कमल के रणवीर का कहना है कि बायर्स इस बार कम आ रहे हैं। जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी। लेकिन अगले दो दिन में बायर्स के आने की उम्मीद है। उनका कहना है कि अभी तक उन्हें यहां पर नुकसान नहीं हुआ है और इस बार नुकसान नहीं होने की उम्मीद है।

 

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