सुरेन्द्र नागर का कटा टिकट सतीश अवाना को मिला -तीन से चल रही कयासबाजी पर लगा विराम
ग्रेटर नोएडा। बहुजन समाज पार्टी के मौजुदा सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर को गौतमबुद्ध नगर संसदीय सीट से टिकट को लेकर तीन दिन से चल रही अफवाहों का बाजार शनिवार को शांत हो गया। शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में बसपा ने सांसद सुरेन्द्र नागर के टिकट काटने की घोषणा कर दी और इसी दौरान पूर्व राज्यमंत्री सतीश अवाना को गौतमबुद्ध नगर से टिकट देने की घोषणा भी कर दी गई।
सुरेन्द्र सिंह नागर बहुजन समाज पार्टी के टिकट से पिछले लोकसभा चुनाव में जीते थे। गौतमबुद्ध नगर जनपद में बसपा के वह एक कद्दावर नेता माने जाते हैं। पार्टी मुखिया मायावती ने डेढ साल पहले ही उन्हें दुबारा टिकट देने का ऐलान भी कर चुकी थी और नागर चुनाव की तैयारियों में भी जुटे हुए थे। मगर पिछले छह महीने से बसपा के अंदर कुछ उठा पटक चल रही थी। जो शनिवार को सामने आ गई। दरअसल, सुरेन्द्र सिंह नागर को बसपा छोड़ने की खबरें बीते विधानसभा चुनाव में भी आई थी। मगर पार्टी ने इसे अफवाह करार दिया था। इसके बाद मामला शांत चल रहा था। करीब छह माह पहले से सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर को भाजपा में जाने की खबरें आने लगी थी। पार्टी सूत्रों की माने तो सुरेन्द्र सिंह नागर भाजपा नेताओं से छह महीने से नजदीकियां बढ़ा रहे थे और तभी से बसपा के अंदर उठा पटक भी शुरू हो गई थी। तीन दिन पहले खबरें आई कि सांसद सुरेन्द्र नागर दिल्ली जाकर भाजपा कार्यालय में बसपा छोड़ने का ऐलान कर देंगे। मगर बसपा ने इस ड्रैमेज को कंट्रोल कर लिया था। इस दौरान मेरठ में बड़े स्तर की मीटिंग की गई। जिसमें आगे की रणनीति तय की गई। इस बैठक के बाद भी सुरेन्द्र नागर के बसपा छोड़ने की खबरों पर विराम नहीं लगा। वहीं, सुरेन्द्र नागर ने फेसबुक के जरिए शुक्रवार को ही अपने समर्थकों को बता दिया कि उन्हें पार्टी टिकट नहीं दे रही है। उन्होने कार्यकर्ताओं का शुक्रिया यदा किया है। शनिवार को बसा पार्टा ने ग्रेटर नोएडा मे बैठक की जिसमेें कई वरिष्ठ नेताओं ने सिरकत ली। इस दौरान पार्टी ने सुरेन्द्र नागर के टिकट काटे जाने की घोषणा कर दी। सुरेन्द्र नागर के स्थान पर अब सतीश अवाना को टिकट दिया गया है। सतीश अवाना पूर्व में बसपा सरकार में राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। इस अवसर पर विधायक वेदराम भाटी ने कहा कि पार्टी मुखिया मायावती ने गुर्जर बिरादरी का सम्मान रखा है। गुर्जर से टिकट लेकर गुर्जर को ही दिया गया है। जिससे गुर्जरों के सम्मान में कोई कमी नहीं आई है। सिकंद्रबाद विधानसभा से पूर्व बसपा प्रत्याशी सलीम अख्तर ने कहा कि वह पिछले दो साल से सुरेन्द्र नागर के टिकट कटने का इंतजार कर रहे थे। वहीं, चर्चा अभी जारी है कि सुरेन्द्र नागर बसपा में बने रहेंगे या फिर भाजपा या किसी अन्य दल में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि सुरेन्द्र नागर भाजपा के टिकट पर अमरोहा से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं, अब गौतमबुद्वनगर सीट भाजपा की झोली मे जाती दिखायी दे रही है क्याकि सतीष अवाना का गूर्जर बिरादरी पर बहुत ज्यादा असर नही है पिछले लोक सभा चुनाव मे भाजपा मामूली मतो से हारी थी अबकी बार षुरु ही बसपा भाजपा मे कॅंाटे की टक्कर मानी जा रही थी मगर अब बसपा का कमजोर उम्मीदवार आने से सबसे ज्यादा फायदा भाजपा को ही मिलेगा चाहे दावा कोई करे।
सपाइयों में खुशी की लहर
बसपा सांसद सुरेन्द्र सिंह नागर का टिकट कटने से सबसे अधिक खुशी समाजवादी पार्टी को हुई है। सपा को सबसे अधिक बसपा प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह नागर से डर था। गुर्जर वोट सबसे अधिक सुरेन्द्र नागर के साथ थे। जिससे सपा को हमेशा नुकसान हो रहा था। बसपा में कोई और ऐसा नेता नहीं है जो गुर्जर वोटर को अपनी तरफ पूरी तरह से कर सके। अब सपा को जीत की उम्मीदें दिखने लगी है।
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