नई दिल्ली :– दिल्ली के विज्ञान भवन में आज दोपहर करीब 2 बजे किसान संगठन और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि फिर बातचीत की टेबल पर होंगे। अबतक की नौ दौर की चर्चाओं में कई मुद्दों पर सहमति जरूर बनी है, लेकिन किसानों की सबसे बड़ी मांग तीनों कानून को वापस लेने की है।
सरकार का कहना है कि वो कानून वापस नहीं लेगी, सिर्फ संशोधन कर सकती है। आपको बता दें कि बीते दिन ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी की पहली बैठक हुई थी. कमेटी ने तय किया है कि 21 जनवरी से कृषि कानून को लेकर सभी पक्षों से मुलाकात करना शुरू करेगी।
कांग्रेस की ओर से भी लगातार सरकार पर निशाना साधा जा रहा है और किसानों की मांग मानने को कहा जा रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने ने कहा कि आज जब दसवें राउंड की बात हो रही है, तो हम कैसे उम्मीद करें कि कोई पॉजिटिव नतीजा निकलेगा क्योंकि सरकार तो अपने रुख पर अड़ी है।
वही सुप्रीम कोर्ट में आज एक अहम सुनवाई होनी है. किसान संगठनों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया है और दिल्ली पुलिस से इजाजत मांगी है. दिल्ली पुलिस ने खुद इजाजत ना देकर सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. हालांकि, पिछली सुनवाई में अदालत ने कहा था कि इसपर फैसला लेने का काम पुलिस का ही है. लेकिन सरकार की अपील पर अब फिर सुनवाई हो रही है।
सरकार का कहना है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर अगर ऐसे हजारों लोग दिल्ली में आएंगे, तो सुरक्षा व्यवस्था को तकलीफ होगी. जबकि किसानों का कहना है कि वो परेड खत्म होने के बाद अपनी ट्रैक्टर रैली निकालेंगे और किसी को तकलीफ नहीं होगी।