नई दिल्ली :– दिल्ली में एक बार फिर पुलिस बदनाम हुई है। आपको बता दें कि सेंट्रल दिल्ली में पुलिस की टीम ने अपने ही दो कांस्टेबल को अपहरण और जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन में तैनात कांस्टेबल प्रमोद और सुमीत पर आरोप है की दोनों अपने एक सहयोगी पुलिसकर्मी के साथ व्यापारियों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर वसूली करते थे।
सूत्रों के मुताबिक ये आरोपी हाल ही में करोल बाग के टैंक रोड में जींस बनाने वाले कारोबारी से वसूली करने गये थे। इसी दौरान पीड़ित से ये कहा गया कि तुम फैक्ट्री में नामी कंपनी का डुप्लीकेट मॉल बनाते हो इसलिये साथ चलना होगा।
उन्होंने व्यापारी को गाड़ी में बिठाया और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घुमाते रहे, लाखों रुपए की वसूली करने के बाद उन्होंने उसे आजाद किया। जबकि दूसरा मामला करोल बाग के एक मोबाइल कारोबारी से जुड़ा हुआ है जहां तीन सितंबर को आरोपी कांस्टेबलों की तिकड़ी पहुंची थी और कारोबारी को दुकान से उठाकर ले गए थे।
दुकान के कर्मचारियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पड़ताल की तो पता चला कि तीनों आरोपी खुद पुलिस विभाग से जुड़े हुए हैं।
इसके बाद विभागीय कार्रवाई करते हुए उन दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया जिन्हें उगाही के आरोप में गिरफ्तार किया था, मामले के तीसरे आरोपी सिपाही की तलाश जारी है।