दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना के 80% मरीजों का सफल उपचार , पढ़े पूरी खबर

Rohit Sharma

Galgotias Ad

नई दिल्ली :– लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल कोरोना से लड़ाई में दिल्ली सरकार के लिए कारगर हथियार साबित हुआ है। संक्रमित मरीजों में से लगभग 80 प्रतिशत ठीक हुए हैं।

एलएनजेपी दिल्ली का पहला और एकमात्र अस्पताल है, जहां मरीजों को तीमारदारों से बात करने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा मुहैया कराई गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना मरीजों के लिए गुरुवार को वीडियो कॉल की सुविधा शुरू की है।

अस्पताल को 17 मार्च को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया था। इसके बाद से अभी तक अस्पताल में 5777 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 4169 मरीज पूरी तरह से कोरोना मुक्त होकर अस्पताल से घर जा चुके हैं।

एलएनजेपी अस्पताल में जून के शुरुआती सप्ताह के मुकाबले मृत्यु दर लगभग आधी रह गई है। अस्पताल में 6 जून से 12 जून के बीच 100 मरीजों की मृत्यु हुई थी। जो 20 जून से 26 जून के बीच घटकर 51 तक आ गई है।

एलएनजेपी में 2000 बेड की क्षमता है। सभी बेडों पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में 100 आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई है। जल्द ही 100 अतिरिक्त आईसीयू बेड अस्पताल में जोड़ दिए जाएंगे। एलएनजेपी में 80 वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। मौजूदा समय में 21 वेंटिलेटर खाली हैं। इसके अतिरिक्ति कैजुअल्टी वार्ड में बेड क्षमता 25 से बढ़ाकर 40 कर दी गई है।

एलएनजेपी दिल्ली का पहला अस्पताल है, जहां मरीजों को तीमारदारों से वीडियो कॉल के जरिए बात करवाई जा रही है। इसके लिए कोविड वार्ड के बाहर सरकार की ओर से टैब की व्यवस्था की गई है। इनके माध्यम से तय समय पर कोई भी मरीज अपने घर-परिवार में किसी से भी बात कर सकता है।

एलएनजेपी में 17 मार्च से अभी तक 114 गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की जा चुकी है। यह सभी कोरोना पॉजिटिव थीं। डिलीवरी के बाद कई मामलों में बच्चों में भी कोरोना का संक्रमण मिला, जिसे अस्पताल में ही ठीक कर लिया गया। अस्पताल में डायलसिस वाले मरीजों के लिए भी पर्याप्त मात्रा में साधन उपलब्ध हैं। लॉकडाउन के दौरान 1130 डायलिसिस सेशन यहां किए जा चुके हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.