विश्व हार्ट दिवस के अवसर पर शारदा अस्पताल में मुफ्त जाँच शिविर का आयोजन
GREATER NOIDA REPORTER LOKESH GOSWAMI
विश्व हार्ट दिवस के अवसर पर आज शारदा अस्पताल में मुफ्त जाँच शिविर का आयोजन किया गया। आज जाँच शिविर का 350 से अधिक लोगों ने लाभ उठाया। कई व्यक्ति समयाभाव में अपने प्राप्त कूपन के द्वारा एक सप्ताह तक जाँच करा सकते हैं। कैम्प के संयोजक गौरव पांडे मार्केटिंग निदेशक थे। शारदा विश्व विद्यालय के प्रो चांसलर श्री वाई के गुप्ता ने डा0 मनीष शर्मा को कैम्प के सफल आयोजन के लिए बधाई दिया। उन्होंने कहा कि हमें नियमित तौर पर इस तरह के कार्यक्रम गौतम बुद्ध नगर एवं आस पास के लोगों के लिए आयोजित करते रहना चाहिए।विश्व हार्ट दिवस के अवसर पर शारदा मेडिकल काॅलेज में वरिष्ट हार्ट चिकित्सक डा0 मनीष शर्मा का व्याख्यान का आयोजन किया गया। डाॅ॰ मनीष शर्मा ने व्याख्यान करते हुये सभी अंगों की तरह दिल की बीमारियों के बारे में बताया। दिल की बीमारियों को आम शब्द में हृदय रोग कहा जाता है जिसके अंतर्गत हृदय से संबंधित अनेक बीमारियों एवं परेशानी होती है। जिसका हृदय पर गलत प्रभाव पड़ता है। इनमें कोरोनरी आर्टरी डिसीज, एंजाइमा, दिल का दौरा आदि बीमारियाँ आती है।कोरोनरी आर्टरी डिजीज: इसका सबसे आम लक्षण है एंजाइमा या छाती का दर्द। एंजाइमा को छाती में भारीपन, असामान्यता, दबाब, दर्द, जलन, ऐंठन या दर्द के अहसास के रूप में पहचाना जा सकता है। कई बार इसे अपच या हार्टबर्न समझने की गलती भी हो जाती है। एंजाइमा कंधे, बाहों, गर्दन, गला, जबड़े या पीठ में भी महसूस की जा सकती है। बीमारी के दूसरे लक्षण छोटी-छोटी सांस आना। पल्पिटेशन। धड़कनों का तेज होना। कमजोरी या चक्कर आना। उल्टी आने का अहसास होना। पसीना आना हो सकते है।
डाॅ॰ मनीष शर्मा ने व्याख्यान के दौरान हृदय को स्वस्थ रखने के टिप्स – जीवन शैली में परिवर्तन के साथ हृदय रोग से बचने के तरीके बताये हुये बताया कि –दिल की बीमारी का इलाज – पसीना निकालें फेफडों को स्वस्थ कैसे रखें? व्यायाम, फिट रहने का एक बढ़िया तरीका है। अगर आप बहुत कठिन शारीरिक गतिविधियों के लिए अनुकूलित नहीं है, तो आप अपने भौतिक कार्यक्रमों से 30 मिनट का समय निकालें और पसीना निकालने के लिए व्यायाम करें। एक सप्ताह में लगभग 5 दिनों के लिए चलने की स्थिति आपके लिए बेहतर होगी। यदि आप अधिक वसा जला कर बाहर निकालना चाहते हैं, तो आप 60 मिनट की अवधि के लिए भी जा सकते है। इस प्रकार आप एक सप्ताह में 600-1200 कैलोरी जलाकर आसानी से बाहर निकाल सकते हैं। यह आवश्यक नहीं है कि आप जिम में जाकर कठिन शारीरिक व्यायाम को करंे। व्यायाम शुरू में थोड़ा-थोड़ा करें और धीरे-धीरे इसमें अधिक समय को दे और पसीना निकालें।हृदय को स्वास्थ्य – धूम्रपान बंद करें जैसा कि आप जानते हैं धूम्रपान हृदय रोग का एक अन्य कारण है जिसके कारण कैंसर हो सकता है, इसलिये पूरी तरह से धूम्रपान को रोकने की सलाह दी जाती है। सिगरेट मंे शामिल तंबाकू दिल की समस्याओं के प्रमुख जोखिम कारक के रूप में जाना जाता है। यह आपकी धमनियों को सकरा करने के लिये जिम्मेदार भी है जो बदले में एथेरोस्क्लेरोसिस को जन्म दे सकता है। एक व्यक्ति में दिल की समस्या की यह स्थिति निश्चित रूप से दिल का दौरा पड़ने को जन्म देगा। शुरू में अपनी आदत को बदलने के लिये कम निकोटिन सिगरेट या ई सिगरेट का प्रयोग कर सकते है। लंबे समय तक इसका प्रयोग भी बहुत भी जोखिम भरा हो सकता है। हृदय रोग का उपचार – स्वस्थ वजन को बनाए रखना।अगर आपका वजन सामान्य से अधिक है, तो आपके अधिक वजन की समस्या के कारण आपके कई घातक बीमारियां हो सकती है। इन घातक बीमारियों में से एक हृदय रोग है जो अधिक वजन के प्रभाव के कारण हो सकती है। आप हो सकता है कि इन बीमारियों के इलाज के लिये प्रर्याप्त समय पा जायें लेकिन हृदय रोग आपको कभी भी समय नहीं देगा। एक अनुसंधान के अनुसार, यदि आपका वजन एक साल में एक किलों बढ़ता है तो हृदय रोग का जोखिम कभी भी कम नहीं होगा। यह महत्वपूर्ण होगा कि आप नियमित आधार पर बी॰एम॰आई॰ मापें और ऊचाई के हिसाब से वजन को नियंत्रित करके फिट और स्वस्थ रहें।
हृदय रोग का इलाज – नियमित स्वास्थ्य जाँच
आज, नियमित आधार पर स्वास्थ्य जांच एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। हृदय को स्वस्थ, कई लोग मधुमेह, कोलेस्ट्राॅल, उच्च रक्तचाप आदि जैसी समस्याओं से पीड़ित है। आपको नियमित आधार पर अपने रक्त शर्करा के स्तर पर परीक्षण और इसके लिए उपचार लेना चाहिए। यदि आप रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं, तो यह हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए काफी आसान हो जायेगा।
स्वस्थ खानपान अपनाएं
इसमें से ज्यादातर लोग स्वास्थ्य के नहीं बल्कि स्वाद के पीछे भागते है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग दिल की बीमारी के शिकार होते हैं। हम ज्यादातर स्नैक्स जैसे तले और कुरकुरे खाद्यय पदार्थों का सेवन करना पसंद करते हैं, जो अस्वास्थ्यकर और सैचुरेटेड वसा से युक्त होते हैं। अतः लोगांे को इस प्रकार की जीवनशैली को त्याग देना चाहिए और इसके बदले स्वास्थ्यकर खानपान करना चाहिए, जिसके अंतर्गत हरी पत्तेदार सब्जियां, विटामिन्स, फाइबर्स आदि मुख्य है।
तनाव दूर करने के लिए ध्यान
कई बार तनाव भी दिल का दौरा पड़ने का एक कारण होता है। आप अब नियमित रूप से ध्यान करके तनाव का मुक्त वातावरण का निर्माण कर सकते है। ध्यान आपको तनाव से कोसों दूर रखता है। इसके अलावा यह आपके दिल की कई प्रकार की कोरोनरी समस्याओं के आसपास भी फटकने नहीं देता है। यह एक काफी अच्छी आदत है जो आपको हर तरह के तनाव से दूर रखेगा। ध्यान करने के फलस्वरूप आप इस तरह की मानसिक और शारीरिक चिंता से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं।
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