ग्रेटर नोएडा निवासियो ने बढ़ाया नाइजीरियनस की ओर दोस्ती का हाथ

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ग्रेटर नोएडा मे कुछ दिन पहले मनीष खारी नाम के युवक की मौत के बाद ग्रेटर नोएडा विदेशी छात्रों के खिलाफ काफी हंगामा हुआ और इस मुद्दे को राष्ट्रीय – अतंरराष्ट्रीय स्तर पर काफी उछला भी गया , और राजनीती दखल के बाद इसको शान्त किया , और विवाद अब पूरी तरह सामान्य हो गया है। भारतीय छात्र नाइजीरियाई सहपाठियों के मन में विश्वास पैदा करने में सफल रहे हैं। कक्षाओं में अफ्रीकी मूल के विद्यार्थियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत पहुंच गई है।
बेहतर माहौल बनते ही नाइजीरियाई विद्यार्थी बाजार व सेक्टरों में घूमने लगे हैं। स्थानीय लोग उन्हें गले लगाकर पूरा सम्मान दे रहे हैं। एक-दूसरे के साथ खड़े होकर सेल्फी लेकर यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है, उन्हें देश का मेहमान मानकर पूरी इज्जत दी जा रही है।
शहर में मनीष खारी की मौत के बाद हुए प्रदर्शन में असामाजिक तत्वों के द्वारा कुछ अफ्रीकी मूल के विद्यार्थियों की पिटाई कर दी गई थी। इसके बाद विदेशी मेहमानों के मन में डर व्याप्त हो गया था। नाइजीरियाई विद्यार्थी कक्षाओं से गायब हो गए थे। साथ ही अपने घरों से भी नहीं निकल रहे थे। घटना के एक सप्ताह बाद माहौल पूरी से पूर्व की भांति हो गया है। कक्षाओं के साथ ही मॉल, बाजार व अन्य स्थानों पर अफ्रीकी मूल के विद्यार्थी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
कक्षा में पहुंचे सभी छात्र : सोमवार को कॉलेज व विश्वविद्यालयों में आयोजित हुई कक्षाओं में अफ्रीकी छात्रों की उपस्थिति सौ फीसद रही। छात्रों ने सभी कक्षाओं में पढ़ाई आयोजित होगी अतिरिक्त कक्षा : नाइजीरियाई छात्रों ने विश्वविद्यालय से मांग की थी कि उनके लिए अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन कराया जाए। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नाइजीरियाई छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने का आदेश दिया
एम्बेसी से मिलने आ रहे अधिकारी :घटना के बाद से अफ्रीकी एम्बेसी के अधिकारी विद्यार्थियों से मिलने के लिए आ रहे हैं। पिछले दो दिनों के दौरान शहर के दोनों विश्वविद्यालायों में पहुंच कर चार अधिकारियों ने विद्यार्थियों से मुलाकात की थी। नाइजीरियाई छात्रों ने अपने अधिकारियों को बताया कि स्थानीय छात्रों द्वारा उनका पूरा सहयोग करन की बात कही है
अफ्रीकी व भारतीय मूल के छात्रों को पास लाने के लिए विश्वविद्यालय में बुधवार को दोस्ताना फुटबाल मैच का आयोजन कराया जा रहा है। मैच देखने के लिए विभिन्न देशों के राजनयिक को भी बुलाया गया है।
अशोक दरयानी, निदेशक विदेश विभाग (शारदा विश्वविद्यालय)
पुलिस प्रशासन ने ली राहत की सांस : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मामले उछलने के बाद पुलिस और प्रशासन के सामने माहौल को सामान्य करने की कड़ी चुनौती थी। एक तरफ दूसरे देशों में भारत की छवि खराब होने और दूसरी तरफ स्थानीय लोगों पर कार्रवाई से माहौल और बिगड़ने का डर पुलिस प्रशासन को था। जिलाधिकारी एनपी ¨सह, एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह व एसपी देहात सुजाता ¨सह ने सूझबूझ का परिचय देते हुए मामलों को बिगड़ने से रोका। दोनों तरफ बातचीत से ऐसा माहौल बनाया, जिससे स्थानीय लोग खुद ही नाइजीरियाई छात्रों का सहयोग करने के लिए आगे आने लगे। एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह का कहना है कि इस मामले में एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखा गया, ताकि किसी भी कदम से माहौल न बिगड़े।
सांसद सुरेंद्र नागर ने की विदेश मंत्री और गृहमंत्री से भेंट : राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर ने नाइजीरियाई छात्रों की पिटाई के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व गृहमंत्री राजनाथ ¨सह से मुलाकात की। सुरेंद्र नागर ने नाइजीरियाई छात्रों के साथ मारपीट की घटना की ¨नदा करते हुए कहा कि ¨हसा को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। लेकिन निर्दोष लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। सुरेंद्र नागर के मुताबिक विदेश मंत्री और गृहमंत्री ने निष्पक्ष जांच कराने और निर्दोष लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने का भरोसा दिया। मनीष खारी को भी न्याय दिलाने का भरोसा दिया गया।

STORY.PHOTO – JITENDER PAL- TEN NEWS

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