दिल्ली हिंसा: बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की शिकायत पर स्टेटस रिपोर्ट तलब
ROHIT SHARMA
नई दिल्ली :– देश की राजधानी दिल्ली में एनआरसी और सीएए के विरोध में प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा को लेकर कोर्ट ने पुलिस को नोटिस जारी किया है।
नोटिस में हिंसा में बीजेपी नेता कपिल मिश्रा की कथित भूमिका के बाद एफआईआर दर्ज करने को लेकर पुलिस में की गई शिकायत को लेकर स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है।
आपको बता दें कि कपिल मिश्रा पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोप लगे हैं. इसको लेकर ही सिटी कोर्ट में कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को लेकर तीन याचिकाएं लगाई गई हैं. इन्हीं याचिकाओं को लेकर कोर्ट ने पुलिस से जवाब तलब किया है ।
याचिका में मूलत: उत्तर प्रदेश के निवासियों ने आरोप लगाया है कि फरवरी के अंत और मार्च की शुरुआत में कपिल मिश्रा के खिलाफ पुलिस में शिकायत की गई थी. इसके बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया. याचिकाकर्ताओं ने वकील के माध्यम से आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 156 (3) के तहत अदालत का दरवाजा खटखटाया ।
ये अदालत पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश देने का अधिकार रखती है. बता दें कि दिल्ली में बीते फरवरी माह में हिंदू—मुस्लिम दंगा भड़का था ।
कोर्ट ने पुलिस से बीते मार्च में दायर दो याचिकाओं पर जवाब देने को कहा है. कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण इन मामलों में सुनवाई प्रभावित हुई थी. बीते 12 मार्च को दायर पहली याचिका पर 20 जुलाई को सुनवाई होने की उम्मीद है. दूसरी याचिका 18 मार्च को दायर की गई. इसपर 13 अगस्त को सुनवाई हो सकती है. तीसरी याचिका बीते शनिवार 4 जून को दायर की गई थी. इसकी सुनवाई के लिए फिलहाल कोई तारीख तय नहीं की गई है ।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने ‘सावधानीपूर्वक सभी शिकायतों को सुना और उनकी जांच की. स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच में समुदाय, जाति या विश्वास के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया गया है. इसी मामले में कपिल मिश्रा ने कहा कि कुछ ताकतें जो सच्चाई से ध्यान हटाना चाहती हैं, उनके और दिल्ली पुलिस के खिलाफ झूठी शिकायतें कर रही हैं. बता दें कि दिल्ली दंगा मामले में पुलिस ने लगभग 750 एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें 53 लोगों की मौत हो गई और चार अन्य (23-26 फरवरी) को 400 अन्य घायल हो गए ।
एक अन्य शिकायतकर्ता और यमुना विहार निवासी मोहम्मद जमी रिजवी ने कहा कि उन्होंने 23 फरवरी को कपिल मिश्रा के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज की. उन्होंने कहा कि अब हमने कड़कड़डूमा अदालत का दरवाजा खटखटाया है. मुझे पता है कि कई अन्य शिकायतकर्ता हैं, जिन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वे शिकायत को वापस लें या अपनी शिकायतों में से मिश्रा और उनके लोगों के नाम हटा दें।