New Delhi (21/12/2021): केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद से राजनीतिक बयानबाजी का दौरा शुरू हो गया है। आपको बतादें कि इस वक्त लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल है, जिसे इस प्रस्ताव के तहत बढ़ाकर 21 साल कर दिया गया है। अगर कानून बन जाता है तो फिर भारत उन चंद देशों में शुमार हो जाएगा, जहां महिलाओं की शादी की उम्र 21 साल है।
इसी मसले पर समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने महिलाओं की शादी की कानूनी उम्र 18 से 21 साल करने के प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं समझता हूं कि अगर बच्ची समझदार है तो बच्ची की शादी 16 साल की उम्र में भी हो जाए, तो उसमें कोई बुराई नहीं है। एसटी हसन ने सवाल करते हुए आगे कहा कि अगर लड़की 18 साल की उम्र में वोट दे सकती है तो शादी क्यों नहीं कर सकती है।
सांसद एसटी हसन ने भी केंद्र के इस प्रस्ताव पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए विवादास्पद बयान दिया है। एसटी हसन ने कहा है कि लड़कियों की शादी की उम्र 21 नहीं 16-17 कर दी जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर शादी में देर होगी तो वह पोर्नोग्राफी वाले वीडियो देखेंगे। गंदी फिल्में देखेंगे और यह आवारगी ही है। इसमें कोई फर्क नहीं है।
सपा सांसद एसटी हसन ने ये भी कहा की शादी जल्दी होगी तो वो बच्चे जल्दी पैदा कर पाएंगी, क्योंकि फर्टिलिटी की उम्र 15 से 30 साल होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में शादी की उम्र में देरी नहीं होनी चाहिए।