गौतमबुद्ध नगर : कोरोना के मरीज का ईलाज इस प्राइवेट अस्पताल में शुरू, पहले सरकारी अस्पतालों में किया जाता था रेफर
Pravendra Kumar Singh
Greater Noida (30/03/2020) : केंद्र व राज्य सरकार की अपीलों के बाद ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमेगा -1 स्थित यथार्थ अस्पताल कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आगे आया है। जहाँ 1 अप्रैल से इलाज होना शुरू हो जायेगा। शहर में यह पहला निजी अस्पताल है, जो कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करेगा।
इससे पहले यह दावा किया जा रहा था कि कोई भी प्राइवेट अस्पताल कोरोना से लड़ने की मुहिम में आगे नहीं बढ़ रहा है और निजी अस्पतालों और संस्थाओं की किरकिरी हो रही थी। साथ ही उनकी साख दाव पर लगी हुई थी। लेकिन इस मौके को भुनाते हुए ऐसे में एक पहल यथार्थ अस्पताल के रूप में हुई है जो कि कोविड-19 के मरीज़ो को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगा।
रोगियों की प्रतिदिन संख्या बढ़ते देख आपदा प्रबंधन विभाग सख्ते में है, और यह चिंता है कि कहीं भारत कम्युनिटी ट्रांसमिशन के स्टेज में न चला जाए , क्योंकि लंदन से आये एक सीजफॉयर कम्पनी के ऑडिटर जो कि कोरोना पॉजिटिव थे , जिसके चलते संक्रमण से गौतमबुद्धनगर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या अब बढ़कर 32 हो चुकी है। जिसके चलते स्वास्थ विभाग की तरफ से सीज़फायर कंपनी पर जानकारी छुपाने का केस कर दिया गया है और उससे भी भयावय दृश्य तब सामने आया जब आनंद विहार बस टर्मिनल पर जमा लाखों लोगों का जमावड़ा हुआ जो कि अपने आप में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा पैदा कर रहा था।
ऐसे में यथार्थ हॉस्पिटल की यह शुरुआत, जिसमे प्रबंधन निदेशक कपिल त्यागी का कहना है कि कोरोना मरीजों के लिए 60 बेड का इंतज़ाम किया गया है, जिसमें एक पूरा वार्ड अलग से तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत इमरजेंसी में 12 बैड में स्क्रीनिंग होगी। आईसीयू में 16 बैड, संदिग्ध मरीजों के लिए और 10 बैड कोरोना पॉजिटिव के इलाज करने के लिए और 22 कमरों का आइसोलेशन वार्ड रिज़र्व किया गया है।
तकनीकी रूप से देखते हुए 20 वेंटिलेटर ,60 मॉनिटर,50 इन्फुसन पम्प,अल्ट्रासाउंड मशीन इतियादी सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गयी हैं जो कि अस्पताल की क्रिटिकल केयर प्रमुख “डॉक्टर पारुल” की देख रेख में कोरोना कोविड 19 टीम को भी संभालेंगी ।
यथार्थ निजी अस्पताल के इस बड़े कदम को हर स्तर पर बहुत सराहनीय एवंम प्रशंशनीय कदम बताया जा रहा है और यथार्थ अस्पताल के इस कदम से यह संभावना बढ़ गयी है कि इस अस्पताल के अलावा और भी कई निजी अस्पताल कोरोना से लड़ने की इस मुहिम में भारत सरकार का साथ दें।