दलित हित के बगैर सामाजिक समरसता असंभव : गोपाल प्रसाद
दलितों पर अत्याचार कोई नई बात नहीं है. आए दिन ऐसी घटनाएँ पढने/ सुनने को मिलती रहती है की दलित दूल्हे को घोड़ी पर नहीं चढने दिया गया, इसके अतिरिक्त नाबालिग दलित बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ या बलात्कार की घटनाएँ भी होती रहती है . इस तरह की घटनाओं…
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