एवीजे बिल्डर के अधिकार सीज, ग्रेटर नोएडा में एवीजे हाइट्स पर आईआरपी का कब्ज़ा

ABHISHEK SHARMA

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Greater Noida : नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के आदेश पर ग्रेटर नोएडा के सेक्टर जीटा वन स्थित एवीजे हाइट्स सोसायटी में इंटरिम रिजोल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) अनिल तायल नियुक्त किए गए हैं। साथ ही, बिल्डर के अधिकार सीज हो गए हैं। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में आईआरपी ने चार्ज ले लिया है। सोसायटी में होने वाली हर गतिविधि अब आईआरपी के हैंडओवर हो गई है।

एवीजे हाइट्स सोसायटी में करीब 1600 फ्लैट हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक संचालक ने एनसीएलटी में याचिका दर्ज की थी, जिसमें आरोप लगाया है कि कई करोड़ रुपये के सामान बिल्डर को दिए हैं, लेकिन पैसा नहीं मिले हैं। इसकी सुनवाई एनसीएलटी में हुई। निवासियों ने बताया कि फेब्रिकेटर्स के आरोपों को ध्यान में रखते हुए एनसीएलटी ने आईआरपी नियुक्त कर दिए गए।

शनिवार को एसडीएम प्रसून द्विवेदी, सीओ तनु उपाध्याय व सूरजपुर थाना प्रभारी की मौजूदगी में आईआरपी अनिल तायल ने चार्ज संभाला। बिल्डर विनय जैन को पुलिस दिसंबर में गिरफ्तार कर चुकी है।

निवासियों का आरोप है कि सोसायटी में करीब 200 से 250 फ्लैट ऐसे हैं, जिन्हें बिल्डर ने दो या दो से अधिक लोगों को बेच दिया गया। इसी तरह के मामले में बिल्डर के खिलाफ 66 एफआईआर भी दर्ज हैं। बिल्डर पर प्राधिकरण का जमीन आवंटन का करीब 25 करोड़ रुपये बकाया है, जिसके लिए प्राधिकरण की तरफ से नोटिस भी जारी की गई है, जिसकी वजह से निवासी काफी परेशान हैं।

साथ ही भुगतान न होने पर प्राधिकरण से कंपलीशन सर्टिफिकेट भी नहीं मिला है, जिससे खरीदारों के नाम रजिस्ट्री नहीं हो पा रही। खरीदारों को अपने ही फ्लैट का मालिकाना हक नहीं मिल रहा। यह भी सूचना है कि बिल्डर ने विभिन्न बैंकों से भी करीब 600 करोड़ रुपये कर्ज ले रखा है। कई अन्य विवाद भी बिल्डर से जुड़े हैं। अब आईआरपी अनिल तायल सभी विवादों का निस्तारण करने की कोशिश करेंगे।

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