बाइक बोट फर्जीवाड़ा : संजय भाटी के खिलाफ धोखाधड़ी की एक और शिकायत दर्ज
ABHISHEK SHARMA
Greater Noida : बहुचर्चित बाइक बोट फर्जीवाड़े में पुलिस अब तक 1500 करोड़ की बात कबूल कर रही थी, लेकिन केस डायरी में केवल पांच बैंकों में ही 2800 करोड़ रुपये जमा करने की जानकारी दी गई है। पुलिस ने बैंकों के नाम व रकम का जिक्र करते हुए केस डायरी में संबंधित बैंकों को रकम स्थानांतरण की डिटेल देने के लिए नोटिस देने की भी बात लिखी है।
वहीं, नोएडा की इंडीपेंडेंट डीटीएच कंपनी की 400 करोड़ की धोखाधड़ी में भी मुख्य आरोपी संजय भाटी पर अलीगढ़ में केस दर्ज किया गया है। इसके बावजूद निवेशक अब तक न्याय और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
देश भर के लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले मामले में सबसे पहला केस फरवरी 2019 में जयपुर के सुनील मीणा ने दादरी कोतवाली में दर्ज कराया था। मीणा ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए एसएसपी कार्यालय में तहरीर दी थी। इसकी भनक लगते ही गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लि. (बाइक बोट) के अधिकारियों ने उनसे संपर्क कर रुपये लौटा दिए थे, लेकिन उन्होंने शिकायत और एफआईआर अब तक वापस नहीं ली, क्योंकि फर्जीवाड़े में कई लाख लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं।
मीणा के बाद कई निवेशकों ने आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराई। अकेले दादरी कोतवाली में ही कंपनी के सीएमडी संजय भाटी समेत कई लोगों पर 60 से अधिक केस दर्ज हैं। वहीं, देश के विभिन्न राज्यों दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश आदि में भी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं।
सुनील मीणा ने बताया कि पुलिस ने केस डायरी में लिखा है कि गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लि. (बाइक बोट कंपनी) के नगीना अर्बन कॉपरेटिव बैंक, नगीना बिजनौर में 6.28 करोड़, नोएडा सेक्टर-63 स्थित आईसीआईसीआई बैंक में 678.41 करोड़, नोविल कॉपरेटिव बैंक सेक्टर-22 में 572.52 करोड़, दिल्ली के यमुना विहार बैंक के कई खातों में 163.16 करोड़, सेक्टर-77 स्थित पीएनबी बैंक में 104.43 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। इन रुपयों को कहां स्थानांतरित किया गया है इसके लिए पुलिस ने बैंकों को नोटिस भेजा है।