दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने डीटीसी बसों में मार्शलों की भर्ती में घोटला करने का आरोप दिल्ली सरकार पर लगाया है। वही कल बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त से मिलकर इस घोटाले के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही इस मामले में आज बीजेपी के नेता विजेंद्र गुप्ता और सांसद रमेश बिधूड़ी ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि इस बड़े घोटाले की जांच दिल्ली के उपराज्यपाल करवाए , जिससे इस बड़े घोटाले का खुलासा हो सके ।
वही विजेंद्र गुप्ता ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की। उन्होंने आरोप लगाया कि 10 हजार मार्शलों की भर्ती में भारी घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा दिल्ली के स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है , क्योंकि ये पद मात्र दिल्ली के स्थानीय नागरिकों के लिए आरक्षित थे।
गुप्ता का कहना है कि इस भर्ती में अन्य राज्य के क्षेत्र विशेष के लोगों को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए भर्ती किया जा रहा था। घोटाले के सामने आने पर दिल्ली सरकार ने भर्ती पर रोक लगा दी है। इसमें करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ। प्रतिनिधिमंडल में विधायक जगदीश प्रधान, पूर्व विधायक कपिल मिश्रा और अनिल वाजपेयी सम्मिलित थे।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि घोटाले के मास्टर माइंड डिवीजनल मजिस्ट्रेट, शाहदरा ने यातायात मंत्री कैलाश गहलोत और डिवीजनल कमिश्नर के साथ मिलकर यह घोटाला किया। उन्होंने कहा कि डिवीजनल मजिस्ट्रेट (मुख्यालय) ने अपने उच्च अधिकारियों को इस मामले की शिकायत भी कर दी है।
बीजेपी का आरोप है कि दिल्ली सरकार मामले की लीपापोती में लगी है। सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी कुलदीप पाखड़ के घोटाले की जांच के लिए उनके एक कनिष्ठ अधिकारी को जांच का आदेश दिया है। बीजेपी ने कहा कि एसीबी द्वारा विस्तृत जांच करने पर सभी तथ्य सामने आएंगे और अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई संभव हो पाएगी।