लापरवाह ठेकेदारों को किया जाएगा ‘ब्लैक लिस्टेड’, नोएडा में समस्याओं का 10 दिन के भीतर होगा समाधान : ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह

ABHISHEK SHARMA

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NOIDA (04/07/2020) : वैश्विक संकट कोरोना महामारी के दौर में टेन न्यूज़ लगातार लाइव कार्यक्रम के जरिए लोगों को जागरूक कर रहा है। टेन न्यूज़ और फोनरवा के तत्वाधान में ‘नोएडा की आवाज’ कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसका उद्घाटन नोएडा के विधायक पंकज सिंह द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में नोएडा क्षेत्र की समस्याओं एवं समाधान के बारे में चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम में नोएडा के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी शामिल किए जाएंगे और नोएडा की बेहतरी पर चर्चा की जाएगी।

नोएडा की आवाज कार्यक्रम के पहले एपिसोड का संचालन फोनरवा के महासचिव के के जैन ने शानदार तरीके से किया। उन्होने पैनल में बैठे लोगों से नोएडा के ज्वलंत मुद्दों पर राय ली और उनके समाधान के बारे में भी चर्चा की।

कार्यक्रम के पैनलिस्ट
पंकज सिंह, विधायक नोएडा,
इंदु प्रकाश सिंह, ओएसडी, नोएडा प्राधिकरण
योगेंद्र शर्मा, अध्यक्ष फोनरवा
ओपी यादव, आरडब्लयूए अध्यक्ष अरावली सेक्टर 52 व वरिष्ठ उपाध्यक्ष फोनरवा
सुरेश कृष्णन, महासचिव, आरडब्लयूए सेक्टर 11, वरिष्ठ उपाध्यक्ष फोनरवा
लक्ष्मी नारायण, अध्यक्ष, नोएडा सेक्टर-19 आरडब्लयूए

सबसे पहले नोएडा विधायक पंकज सिंह ने टेन न्यूज़ एवं फोनरवा के प्रयास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शहर की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा करने के लिए एक बहुत अच्छा कार्यक्रम शुरू किया गया है। पूरी टीम को इस कार्यक्रम के लिए बधाई देना चाहता हूं। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं आरडब्लूए के लोग जुड़े हुए हैं, सभी समस्याओं पर चर्चा की जा सकेगी, हम उनका समाधान ढूंढने का हर संभव प्रयास करेंगे।

विधायक पंकज सिंह ने कहा कि पूरे नोएडा में कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन का समय सबने देखा है। इसमें सभी संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर अपना सहयोग दिया, जरूरतमंद लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाई गई, जो कि एक बहुत ही शानदार पहल थी। कोरोना ने लोगों की जिंदगी पर बहुत तेजी से प्रभाव डाला है। ऐसा हम कभी सोच भी नहीं सकते थे कि हम लोगों को इस तरह से बात करनी पड़ेगी। लेकिन यह बहुत ही प्रभावशाली तरीका है, लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर जाना नहीं पड़ रहा है। सभी लोग अपने घर पर बैठकर एक दूसरे से चर्चा कर रहे हैं।

विधायक ने कहा कि मैं सोशल डिस्टेंसिंग पर नहीं बल्कि फिजिकल डिस्टेंसिंग पर जोर देता हूं, क्योंकि हम सभी लोग सामाजिक एवं भावनात्मक तरीके से एक दूसरे से जुड़े रहेंगे लेकिन शारीरिक रूप से फिलहाल थोड़ी दूरी बनाकर रखनी होगी।

ओपी यादव ने अपनी समस्याएं रखते हुए कहा कि शहर की सबसे बड़ी समस्या यह है कि जो नए सेक्टर हैं, उनमें कंपलीशन के प्लॉट हैं। अधिकतर सब जगह इतनी घास खड़ी है कि लोगों को वहां पर आने जाने में डर लगता है। दूसरी बड़ी समस्या यह है कि नोएडा के फुटपाथ व नालियों पर भी बड़ी-बड़ी घास खड़ी हैं। प्राधिकरण ने इसको लेकर अभियान जरूर चलाया है लेकिन मैं समझता हूं कि इसका अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है। अभी बरसात का सीजन आ गया है तो लोगों को और समस्याएं होने जा रही हैं, तो मेरा प्राधिकरण से निवेदन है कि इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनका समाधान किया जाए।

ओपी यादव ने आगे कहा कि सेक्टर 52 अरावली अपार्टमेंट को करीब 20 साल होने जा रहे हैं। अरावली अपार्टमेंट में करीब 800 फ्लैट हैं और 9 पार्क हैं। लेकिन आज तक प्राधिकरण ने यहां पर कभी न तो माली भेजा है ना पार्कों की देखरेख हुई है। अपार्टमेंट के लोगों ने मिलकर एक माली रखा है जो पार्को की देखरेख करता है, लेकिन इतने बड़े अपार्टमेंट के लिए एक माली ना काफी है।

वही लक्ष्मीनारायण ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारे सेक्टर 19 में करीब 15 पार्क हैं। सभी पार्कों की बहुत अच्छे से देखभाल हो रही है। हमारे यहां मुख्य समस्या यह है कि हमारा सेक्टर काफी पुराना होने के चलते यहां पर पेड़ काफी बड़े हो रहे हैं। जब भी आंधी आती है तो वह गिर जाते हैं , जिससे काफी नुकसान होता है। पेड़ गिरने से बिजली के तार टूट जाते हैं और अभी जब आंधी आई थी तो एक पेड़ टूटकर दीवार पर गिरा और 25 फीट की दीवार गिर गई। हालांकि उस समय वहां पर कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था वरना बडा हादसा हो सकता था। यहां पर पेड़ों की कटाई-छंटाई निरंतर रूप से की जानी चाहिए, यही हमारी मुख्य समस्या है।

सुरेश कृष्णन ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारे सेक्टर में हट का काम शुरू किया गया है। वहीं पार्कों में जिम बनाने का भी कार्य शुरू हुआ है। दोनों काम अच्छे से हो रहे हैं लेकिन समस्या बड़े पेड़ों से हो रही है। यहां पेड़ों की कटाई छटाई नहीं हो रही है जिसके चलते बिजली के तार कवर हो रहे हैं। अब मानसून आ गया है, ऐसे में आंधी और बारिश आती रहती है, इससे तार टूट सकते हैं और बिजली की समस्या बन सकती है।

वहीं उन्होंने कहा कि पार्कों में बिजली के पैनल लगे हुए हैं वह काफी नीचे लगे हैं। इन पैनल को करीब 5 फीट पर लगाया जाना चाहिए, क्योंकि पार्कों में ही बच्चे खेलते हैं अगर किसी ने भी पैनल को गलती से भी छू लिया तो बड़ा हादसा हो सकता है। बल्कि यहां कई बार इस तरह के हादसे हो भी चुके हैं। निवेदन है कि इस समस्या पर ध्यान दिया जाए ताकि बड़ा हादसा टल सके। उन्होंने कहा कि सेक्टर के पार्कों में नए पेड़ नहीं लगाए गए हैं और साफ-सफाई भी नहीं हो पाती है। सेक्टर में पानी की भी समस्या बनी रहती है इस पर भी ध्यान दिया जाए।

फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पूरे नोएडा के सेक्टरों की जो भी समस्याएं हैं, वह हम तक आती रहती हैं, हम उन समस्याओं को प्राधिकरण तक पहुंचाते हैं और प्रयास करते हैं कि उनका समाधान जल्द से जल्द हो। लेकिन पिछले 4 महीने से कोरोना महामारी के चलते स्थिति सामान्य नहीं रही है। हम लगातार लोगों की समस्याओं को लेकर प्राधिकरण को पत्र लिखते हैं। हम चाहते हैं कि विधायक पंकज सिंह के सहयोग से सभी सेक्टरों की समस्याओं का निस्तारण किया जाए।

नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण में हॉर्टिकल्चर का विभाग उनके पास 3 महीने पहले ही आया है। पूरे नोएडा शहर में करीब 750 पार्क हैं, जिनमें से 300 पार्कों का कोई भी अनुरक्षण नही था। मात्र 2 महीने के अंदर 300 पार्कों के टेंडर करा दिए गए हैं। ज्यादा से ज्यादा 1 सप्ताह के अंदर पार्कों की सभी समस्याओं का निस्तारण करा दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि पार्कों में पेड़ काफी बड़े हो गए हैं, उनकी कटाई छटाई नहीं हो पा रही है। मैंने जब यहां पर स्थिति देखी, यहां तीन भागों में हॉर्टिकल्चर बंटा हुआ है। उन तीनों में मात्र एक-एक मशीन है। जिसके कारण अगर वह मशीन किसी एक सेक्टर में जाती है तो वहां 1 सप्ताह का समय लग जाता है। इसके लिए अलग से टेंडर कराया जाएगा ताकि हमारे पास ज्यादा मशीनें हो और जल्द से जल्द सभी सेक्टरों की समस्याओं का समाधान कराया जाए।

इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि पानी का मुद्दा उठाया गया है, यह बिल्कुल सही है। यहां पर जो ठेकेदार थे किसी ने भी बिजली का कनेक्शन नहीं ले रखा था , जनरेटर चलाने पर सोसायटी में आपत्ति होती है। जिसके चलते वे बिजली की चोरी करते थे। उनको सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि वह किसी भी दशा में इस महीने में बिजली का कनेक्शन लें, अन्यथा ठेकेदारों का अगला भुगतान नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पार्कों में टूट-फूट की समस्या सभी आरडब्ल्यूए के लोग अलग-अलग मुझे लिखकर दें, मैं सभी का समाधान कराऊंगा। इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि सेक्टरों में सफाई और वाटरिंग की समस्या है जिस भी सेक्टर में काफी लंबे समय से साफ सफाई नहीं हुई है, मुझे सभी की जानकारी उपलब्ध कराएं। मैं खुद वहां पर स्थल निरीक्षण करूंगा और अगर समस्या सही पाई जाती है तो संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण के तहत आने वाला जो भी ठेकेदार सही ढंग से कार्य नहीं करेगा उस पर कार्यवाही की जाएगी। अभी पिछले कुछ समय में ऐसे 12 ठेकेदारों को सीईओ के माध्यम से ब्लैक लिस्टेड किया गया है। काफी सुधार हो रहा है और 8-10 दिन में सभी टेंडर फाइनल हो जाएंगे तो और सुधार लोगों को देखने को मिलेगा।

इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि प्राधिकरण की नई योजनाएं आ रही हैं। इसके तहत सेक्टर 156, 157, 158 बसाया जा रहा है। यहां विदेशों की तर्ज पर पेड़ और घास लगाई जा रही है। इसके अलावा हमारी जो मेजर एमपी 1,2,3 रोड हैं, इसमें भी हमने सैद्धांतिक स्वीकृति के लिए सीईओ को भेज दिया है। इसमें हमारी योजना है कि जहां पर भी जगह बची है , वहां छायादार पौधे लगाए जाएंगे और अच्छी क्वालिटी की घास और फोकस वाली लाइटें लगाई जाएंगी। जिससे कि अगर रोड से आदमी गुजरे तो उसे यह एहसास हो कि वह नोएडा से गुजर रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि एलिवेटेड रोड के नीचे देखा गया है कि वहां पर हॉर्टिकल्चर का कार्य सही ढंग से नहीं हुआ है। इसके लिए जिम्मेदार ठेकेदारों को हटा दिया गया है और पूरे 6 किलोमीटर के लिए एक ठेकेदार को नियुक्त किया है, जो पूरा काम करेगा। 2 माह के भीतर पूरा रोड चमका हुआ मिलेगा। रोड के किनारे हरियाली होगी और एलिवेटेड के नीचे के हिस्से पर पेंटिंग की जाएगी।

इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि लोग जितनी शिकायत करेंगे, वही हमारे लिए सहयोग होगा। उस शिकायत पर हम तुरंत कार्यवाही कर उसका निस्तारण करेंगे। कुत्तों की समस्या पर इंदु प्रकाश सिंह ने कहा कि इसके लिए अभी तक एक संस्था काम कर रही थी लेकिन अब 2 दिन के भीतर दूसरी संस्था भी कार्य करने लगेगी। हमने नोएडा शहर को दस भागों में बांटा हुआ है, इस पर जल्द से जल्द कार्य शुरू हो जाएगा।

कुत्तों की समस्या पर उन्होंने कहा कि जब भी लोग आवारा कुत्तों को पकड़ने जाते हैं , तो सेक्टर और सोसाइटी के लोग इसका व्यापक विरोध करते हैं और कुत्तों को गाड़ी से नीचे उतार लेते हैं। मैं चाहूंगा कि जब भी संस्था के लोग कुत्तों को पकड़ने जाए तो आरडब्ल्यूए के लोगों का इसमें सहयोग मिले। ताकि लोग इसका विरोध ना कर पाए और आसानी से कुत्तों को शेल्टर होम तक पहुंचाया जा सके।

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