देश में 24 घंटे में कोरोना के 1035 नए मामले, 40 लोगों की मौत
Rohit Sharma
नई दिल्ली : देशभर में स्वास्थ्यकर्मियों पर बढ़ते हमलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी गई। जिसमे बताया गया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1035 नए मामले सामने आए हैं और इस खतरनाक वायरस से 40 लोगों की मौत हुई है , यह एक दिन में संक्रमितों की सबसे ज्यादा संख्या है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अगर लॉकडाउन नहीं किया गया होता तो कोविड-19 के मामलों में 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई होती और 15 अप्रैल तक देश में 8.2 लाख मामले सामने आए होते।
साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड-19 के लिए भारत की प्रतिक्रिया सक्रिय रही है। हमने एक वर्गीकृत दृष्टिकोण का पालन किया है। उन्होंने बताया कि देश में कोविड-19 से निपटने के लिए राज्य और केंद्र के स्तर पर 586 अस्पताल और एक लाख से अधिक आइसोलेशन बेड हैं। साथ ही पूरे देश में कोरोना मरीजों के लिए 11,500 आईसीयू बेड रिजर्व किए गए हैं।
अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के हॉटस्पॉट की पहचान करने के लिए सरकार द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे है। उन्होंने बताया हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टेबलेट की भारत में कोई कमी नहीं है। सचिव ने बताया कि आईसीएमआर द्वारा आदेशित पांच लाख एंटीबॉडी परीक्षण किट अभी तक प्राप्त नहीं हुए हैं।
कोविड-19 को लेकर अभी तक 1.7 लाख नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 16,564 नमूनों की जांच कल की गई। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव ने बताया कि पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस लॉकडाउन के दौरान धार्मिक सभाओं की अनुमति दे रही है। संयुक्त सचिव ने बताया कि पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के दौरान गैर-जरूरी वस्तुओं से संबंधित दुकानें खुल रही है।
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि गृह मंत्रालय ने आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर अस्पतालों और पृथक केंद्रों में कार्य कर रहे डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया है।