चन्दन राय ने जेल से लिखा पत्र, पूरे मामले की सीबीआई जांच की उठाई मांग

ABHISHEK SHARMA

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Greater Noida : ग्रेटर  नोएडा स्थित जिला जेल में बंद कथित पत्रकार चंदन राय ने राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के अलावा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर किसी भी आईपीएस अधिकारी से चैट और तबादले पोस्टिंग के मामले में शामिल होने से इंकार किया है। चंदन ने 3 जनवरी को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि एसएसपी वैभव कृष्ण ने उसे गलत तरीके से फंसाया है। जबकि इस तरह के मामले से उसका कोई लेना-देना नहीं है।

चंदन ने पत्र में लिखा है कि जो भी वीडियो या चैट सरकार को जांच के लिए भेजी गई है वह फर्जी है। उसकी किसी अधिकारी से इस तरह की कभी चैट नहीं हुई है। पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए।

दरअसल, मूलरूप से गाजीपुर निवासी चंदन राय को एसएसपी वैभव कृष्ण ने 23 अगस्त को गैंगस्टर एक्ट के तहत गाजियाबाद से गिरफ्तार किया था। चंदन पर आरोप था कि वह अपने साथियों के संग मिलकर अफसरों पर अनैतिक तरीके से दबाव डालकर गलत काम कराता था। ऐसा नहीं करने पर गलत खबरें चलाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता था।

चंदन तभी से जिला जेल लुक्सर में बंद है। अब जेल से ही चंदन ने पत्र भेजकर कहा है कि वैभव कृष्ण ने नवंबर में शासन को एक गोपनीय रिपोर्ट भेजी थी। इसमें कुछ ऑडियो व चैट शामिल हैं। इसमें उसे अफसरों के तबादले व पोस्टिंग कराने का आरोपी बताया गया है। जबकि यह ऑडियो और चैट व वीडियो उसकी नहीं है। जिन आईपीएस अफसरों के साथ चैट होने की बात कही जा रही है उनसे कभी इस तरह कोई बात नहीं हुई है।

इसी में 80 लाख रुपये की रिश्वत लेकर तबादले आदि के आरोप लगाए गए हैं जो बेहद गलत और निराधार हैं। एक अधिवक्ता को भी इस मामले में कोर्ट में कार्रवाई के लिए खड़ा किया गया है। सभी ऑडियो एसएसपी ने साजिश के तहत फर्जी बनवाई हैं और इनकी जांच फॉरेंसिक लैब से कराई जाए। साथ ही, पूरे मामले की जांच सीबीआई करे।

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