सीएम योगी ने मानवीय अपील के जरिए चेताया, कर्मचारियों की सैलरी काटी तो होगी कार्रवाई
Abhishek Sharma /Lokesh Goswami
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए गठित की गई अपनी स्पेशल टीम-11 के साथ बैठक की। उन्होंने प्रदेश में कोराना वायरस संक्रमण की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को कुछ जरूरी निर्देश दिए। इनमें सबसे जरूरी निर्देश था लॉकडाउन के दौरान बंद पड़ी कंपनियों, उद्यमों और संस्थानों में काम करने वालों के वेतन को लेकर।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोराना लॉकडाउन के चलते जो उद्यम, संस्थान बंद हैं, उन संस्थानों को अपने हर कर्मचारी को वेतन देना ही होगा। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कोई भी ऐसा उद्यम या संस्थान लॉकडाउन का हवाला देकर अपने कर्मचारियों का वेतन न काटने पाएं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हर गरीब, दिहाड़ी मजदूर को 1000 रुपए मिले. चाहे वे भले ही प्रदेश के किसी भी कोने में हो। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे ऐसे मजदूरों और जरूतरमंदों को ढूंढें और पैसा पहुचाएं।
सीएम ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि पूरे प्रदेश में अल्प वेतन भोगी, श्रमिकों या गरीब लोगों से मकान मालिक किराया ना लें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह उनकी मानवीय अपील है। सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि बिजली और पानी के बिल बकाया होने के चलते किसी का भी कनेक्शन नहीं काटा जाए।